किसान खेतों में लगाएं ये टॉप-5 हाई-यील्ड गेहूँ किस्में, पाएं 70 क्विंटल तक पैदावार
20 नवंबर 2025, नई दिल्ली: किसान खेतों में लगाएं ये टॉप-5 हाई-यील्ड गेहूँ किस्में, पाएं 70 क्विंटल तक पैदावार – रबी सीजन की तैयारी में किसान हर साल यह सोचते हैं कि कौन-सी गेहूं की किस्म उनके खेत के लिए सबसे लाभकारी रहेगी। सही किस्म का चुनाव फसल की उपज और गुणवत्ता दोनों के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस साल विशेषज्ञों ने कुछ उच्च उपज और रोग प्रतिरोधी गेहूं की किस्मों की सलाह दी है, जो रबी सीजन में किसानों की पैदावार बढ़ाने में मदद करेंगी।
ये टॉप-5 किस्में अलग-अलग क्षेत्रों के लिए उपयुक्त हैं – प्रायद्वीपीय महाराष्ट्र और कर्नाटक, मध्य भारत, गुजरात और पूर्वी राज्यों के सिंचित इलाके। इन किस्मों के दाने न केवल गुणवत्ता में अच्छे हैं बल्कि आटा, चपाती और ब्रेड बनाने में भी उत्तम हैं। किसान इन किस्मों से औसत से लेकर उच्चतम पैदावार तक की उम्मीद कर सकते हैं, जो 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पहुँच सकती है।
नीचे इन पांच प्रमुख गेहूँ किस्मों की जानकारी दी गई है, ताकि किसान अपने क्षेत्र और जरूरत के हिसाब से सही विकल्प चुन सकें।
टॉप-5 हाई-यील्ड गेहूँ किस्में रबी सीजन के लिए
1. मुक्तिनाथ 3170 (Muktinath Wheat 3170)
-क्षेत्र: महाराष्ट्र और कर्नाटक (प्रायद्वीपीय सिंचित क्षेत्र)
-औसत उपज: 45.03 क्विंटल/हेक्टेयर, संभावित उपज: 59.8 क्विंटल/हेक्टेयर
-रोग प्रतिरोध: भूरा और पत्ती रतुआ
-विशेषता: कठोर और प्रोसेसिंग अनुकूल दाने, बदलते जलवायु में भी स्थिर
2. जीडब्ल्यू 451 (GW 451)
-क्षेत्र: गुजरात और केंद्रीय-पश्चिमी भारत
-औसत उपज: 44.14 क्विंटल/हेक्टेयर, संभावित उपज: 57.55 क्विंटल/हेक्टेयर
-रोग प्रतिरोध: भूरा रतुआ
-विशेषता: उच्च दाना कठोरता, आटा उद्योग के लिए उत्तम, उच्च तापमान में स्थिर
3. HI 1633 (Pusa Wheat 1633)
-क्षेत्र: मध्य भारत (सिंचित क्षेत्र)
-औसत उपज: 49.2 क्विंटल/हेक्टेयर, संभावित उपज: 67.9 क्विंटल/हेक्टेयर
-रोग प्रतिरोध: पीला और भूरा रतुआ
-विशेषता: अच्छी चपाती गुणवत्ता और प्रोटीन स्तर, गुजरात/मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़ के लिए उपयुक्त
4. करन नरेंद्र (Karan Narendra / DBW 222)
-क्षेत्र: उत्तर-पूर्वी भारत (बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से)
-औसत उपज: 48.9 क्विंटल/हेक्टेयर, संभावित उपज: 62.0 क्विंटल/हेक्टेय
-रोग प्रतिरोध: भूरा रतुआ
-विशेषता: उच्च गुणवत्ता के दाने, चपाती और ब्रेड दोनों में बेहतरीन
5. PBW 826
– क्षेत्र: पूर्वी राज्यों के सिंचित क्षेत्र (पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश पूर्वी, बिहार, झारखंड)
-औसत उपज: 49.7 क्विंटल/हेक्टेयर, संभावित उपज: 70.5 क्विंटल/हेक्टेयर
-रोग प्रतिरोध: भूरा रतुआ
-विशेषता: उच्च उत्पादकता, उत्तम दाना कठोरता, पोषण में श्रेष्ठ
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