Crop Cultivation (फसल की खेती)

Crop Cultivation includes package of practices (Kheti ki Jankari) and innovations in farming practices (Beej Upchar, Kharpatwar niyantaran, rogon aur sankraman se suraksha)

Cereal crops (अनाज की फसल) – Gehu, Dhan, Makka, Jau, Bajra, Jowar, Ragi, Kodo, Kutki.

Oil seeds (तिलहन) – Soybean, Canola, Sarso, Surajmukhi, Moongfali.

Pulses (दलहन फसल) – Moong, Arhar, Tur, Chana, Masoor, Urad.

Fibre crops (रेशे वाली फसलें) – Kapas (Cotton), Jute. Tuber crops (कंद की फसलें) – Aalu, shakarkand, shaljam, Arbi.

Spice crops (मसाला फसलें) – ilichai, laung, haldi, adrak, lehsun, jeera, Kela, ganna (Sugarcane), Mirch, dhaniya.

Cash crops (नकदी फसलें) – Chai, Coffee, Tambaku. 

Vegetable crops (सब्जियों की फसलें) – Pyaz, tamatar, baingan, lauki, gilki, kaddu, bhindi, palak, methi, gobhi.

Fruit crops (फल) – Angoor, Aam, sab, kela, Santara, Anar, amrood ki kheti ki jankari.

Crop Cultivation (फसल की खेती)

ज्वार में लगने वाले प्रमुख रोग, उनका प्रबंधन और नियंत्रण के उपाय

05 जनवरी 2023, नई दिल्ली: ज्वार में लगने वाले प्रमुख रोग, उनका प्रबंधन और नियंत्रण के उपाय – ज्वार में लगने वाले प्रमुख रोग, उनका प्रबंधन और नियंत्रण के उपाय 1. ज्वार में अनाज की फफूंदी अनाज कवक संक्रमण के लक्षण दिखाते हैं और संक्रमित कवक के आधार पर विभिन्न

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Crop Cultivation (फसल की खेती)

खरीफ में ज्वार की खेती का समय, भूमि की तैयारी एवं बीज दर

05 जनवरी 2023, नई दिल्ली: खरीफ में ज्वार की खेती का समय, भूमि की तैयारी एवं बीज दर – खरीफ में ज्वार की खेती के लिए भूमि की तैयारी – गर्मियों में एक बार जुताई करने के बाद 2-3 हैरो से जुताई करनी चाहिए। इसके

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Crop Cultivation (फसल की खेती)

मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों के लिए ज्वार की अधिक उपज वाली नवीनतम किस्में

05 जनवरी 2023, नई दिल्ली: मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों के लिए ज्वार की अधिक उपज वाली नवीनतम किस्में – महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में खेती के लिए ज्वार की उच्च उपज वाली किस्मों/संकरों का उल्लेख नीचे

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खरीफ में ज्वार की खेती के लिए जलवायु

05 जनवरी 2023, नई दिल्ली: खरीफ में ज्वार की खेती के लिए जलवायु – ज्वार को गर्म परिस्थितियों की आवश्यकता होती है लेकिन इसे विभिन्न प्रकार की जलवायु में उगाया जा सकता है। यह व्यापक रूप से समशीतोष्ण क्षेत्रों में

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Crop Cultivation (फसल की खेती)

खरीफ में ज्वार की खेती की सम्पूर्ण जानकारी 

05 जनवरी 2023, नई दिल्ली: खरीफ में ज्वार की खेती की सम्पूर्ण जानकारी – जल-सीमित परिस्थितियों में जीवित रहने की क्षमता के साथ ज्वार एक टिकाऊ कृषि मॉडल में बहुत अच्छी तरह से फिट बैठता है और सीमांत किसानों के लिए एक

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Crop Cultivation (फसल की खेती)

मिथायलो बेक्टेरियम द्वारा जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न समस्याओं का निवारण

अपेक्षा बाजपाई ,भारती कोल्लाह  संतोष रंजन मोहंती, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् – भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, भोपाल 04 जनवरी 2023,  भोपाल । मिथायलो बेक्टेरियम द्वारा जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न समस्याओं का निवारण – जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक समस्या है, जिसका

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बरसात के बाद (रबी) ज्वार लगायें

04 जनवरी 2023,  भोपाल । बरसात के बाद (रबी) ज्वार लगायें – भूमि की तैयारी : गर्मियों में मोल्ड बोर्ड हल से एक गहरी जुताई के बाद 3 से 4 हैरो से जुताई करें। अच्छे बीज क्यारी प्राप्त करने और

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Crop Cultivation (फसल की खेती)Horticulture (उद्यानिकी)

ग्लेडियोलस से होगा किसानों को लाभ

04 जनवरी 2023,  भोपाल । ग्लेडियोलस से होगा किसानों को लाभ – ग्लेडियोलस एक बहुत ही सुन्दर फूल है जो सबसे ज्यादा लोकप्रिय कट फ्लावर में से एक है। इसके पौधों की ऊंचाई 2 से 8 फीट तक होती है।

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Crop Cultivation (फसल की खेती)

किसान भाइयों को कृषि वैज्ञानिकों की सलाह

03 जनवरी 2023,  भोपाल । किसान भाइयों को कृषि वैज्ञानिकों की सलाह – विशेष परामर्श : पिछले कुछ दिनों से बादल छाये रहने के कारण सरसों, मूली एवं सेम वर्ग की फसलों में एफिड कीट के प्रकोप की संभावना बढ़

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Crop Cultivation (फसल की खेती)

जीएम फसलों की अनुमति: भारत में पर्यावरण एवं इंसानी जिंदगी को खतरा

विनोद के. शाह, मो.: 9425640778 Shahvinod69@gmail.com 03 जनवरी 2023,  भोपाल । जीएम फसलों की अनुमति: भारत में पर्यावरण एवं इंसानी जिंदगी को खतरा – पहले अब सुप्रीम कोर्ट को जीएम जेनेटिकली मॉडिफाइड सरसों के पौधे से फूल आने से पहले

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