फसल की खेती (Crop Cultivation)

नवीनतम फसल की खेती (Crop Cultivation) की जानकारी और कृषि पद्धतियों में नवाचार, बुआई का समय, बीज उपचार, खरपतवार नियन्तारन, रोग नियन्तारन, कीटो और संक्रमण से सुरक्षा, बीमरियो का नियन्तारन। गेहू, चना, मूंग, सोयाबीन, धान, मक्का, आलू, कपास, जीरा, अनार, केला, प्याज़, टमाटर की फसल की खेती (Crop Cultivation) की जानकारी और नई किस्मे। गेहू, चना, मूंग, सोयाबीन, धान, मक्का, आलू, कपास, जीरा, अनार, केला, प्याज़, टमाटर की फसल में कीट नियंतरण एवं रोग नियंतरण। सोयाबीन में बीज उपचार कैसे करे, गेहूँ मैं बीज उपचार कैसे करे, धान मैं बीज उपचार कैसे करे, प्याज मैं बीज उपचार कैसे करे, बीज उपचार का सही तरीका। मशरुम की खेती, जिमीकंद की खेती, प्याज़ की उपज कैसे बढ़ाए, औषदि फसलों की खेती, जुकिनी की खेती, ड्रैगन फ्रूट की खेती, बैंगन की खेती, भिंडी की खेती, टमाटर की खेती, गर्मी में मूंग की खेती, आम की खेती, नीबू की खेती, अमरुद की खेती, पूसा अरहर 16 अरहर क़िस्म, स्ट्रॉबेरी की खेती, पपीते की खेती, मटर की खेती, शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स, लहसुन की खेती। मूंग के प्रमुख कीट एवं रोकथाम, सरसों की स्टार 10-15 किस्म स्टार एग्रीसीड्स, अफीम की खेती, अफीम का पत्ता कैसे मिलता है?

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पतंजलि मेटा

18 अप्रैल 2024, भोपाल: पतंजलि मेटा – पतंजलि मेटा मेटारिज़ियम एनिसोप्लिए (स्पोर्स) नामक कवक से बनता है जो प्राकृतिक रूप से मिट्टी में पाया जाता है और यह एक उच्च गुणवत्ता वाला जैवकीटनाशक है। • मेटाराइजियम के बीजाणु जब कीड़ों

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पतंजलि फ्लोरोसेंस

18 अप्रैल 2024, भोपाल: पतंजलि फ्लोरोसेंस – पतंजलि फ्लोरेसेंस को मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले बैक्टीरिया स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस के माध्यम से विकसित किया गया है। स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस द्वारा फसलों को रोग से बचाने की प्रक्रिया। • स्यूडोमोनास

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पतंजलि ब्यूवेरिया

18 अप्रैल 2024, भोपाल: पतंजलि ब्यूवेरिया – यह मिट्टी में पाए जाने वाले ब्यूवेरिया बैसियाना कवक द्वारा तैयार किया गया एक शक्तिशाली जैव कीटनाशक है। पतंजलि ब्यूवेरिया का उपयोग करके कीट नियंत्रण की प्रक्रिया • ब्यूवेरिया बीजाणु कीड़ों के शरीर

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पतंजलि वर्ती

18 अप्रैल 2024, भोपाल: पतंजलि वर्ती – यह मिट्टी में पाए जाने वाले कवक वर्टिसिलियम लेकानी पर आधारित एक प्रभावी जैवकीटनाशक है। पतंजलि वार्ति का उपयोग करके फसलों को रोगों से बचाने की प्रक्रिया • वर्टिसिलियम के बीजाणु कीटों के

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पतंजलि ट्राइको

18 अप्रैल 2024, भोपाल: पतंजलि ट्राइको – यह ट्राइकोडर्मा विराइड और ट्राइकोडर्मा हार्ज़ियानम जैसे प्राकृतिक कवक के माध्यम से विकसित एक बहुउद्देशीय, उत्कृष्ट कवकनाशी है। यह फंगल रोगों को नियंत्रित करता है। ट्राइकोडर्मा द्वारा फसलों की सुरक्षा की प्रक्रिया: माइकोपरसिटिज्म

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पतंजलि नेमाकिल

18 अप्रैल 2024, भोपाल: पतंजलि नेमाकिल – इसे मिट्टी में पाए जाने वाले वर्टिसिलियम क्लैमाइडोस्पोरियम कवक से तैयार किया गया है। वर्टिसिलियम क्लेमाइडोस्पोरियम के नेमाटोड नियंत्रण की प्रक्रिया • नेमाकिल कवक मिट्टी में पाए जाने वाले कार्बोनिक स्रोतों पर प्रजनन

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लीची फल एवं प्ररोह बेधक हेतु प्रबंधन

डॉ. ओमवीर सिंह, प्राध्यापक द्य डॉ. रत्ना राय; गोपाल मणि, शोध छात्र उद्यान; अंकित उनियाल, शोध छात्र कीट; कृषि महाविद्या., गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौ. विवि, पंतनगर, ऊधम सिंह नगर (उ.ख.); डॉ. रजनी पंत, विषय वस्तु विशेषज्ञ, (उद्यान) केवीके,

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फसल की खेती (Crop Cultivation)पशुपालन (Animal Husbandry)

धान की खेती के साथ मछली पालन

लेखक – डॉ.शुची गंगवार, पीयूष श्रीवास्तव, डॉ प्रशांत सिंह कोराव, डॉ सुमित काकडे, सहायक प्रोफेसर, कृषि संकाय आरकेडीएफ विश्वविद्यालय भोपाल | 17 अप्रैल 2024, भोपाल: धान की खेती के साथ मछली पालन – भारत में धान की खेती बड़े पैमाने

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पतंजलि फसल तारा

17 अप्रैल 2024, भोपाल: पतंजलि फसल तारा – फ़सल तारा को स्थिर ऑर्थोसिलिक एसिड के एक अद्वितीय फॉर्मूलेशन के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। यद्यपि सिलिका प्राकृतिक रूप से और प्रचुर मात्रा में (28% तक) मिट्टी में सिलिकेट के

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पतंजलि गेब्रिका

17 अप्रैल 2024, भोपाल: पतंजलि गेब्रिका – पतंजलि गेब्रिका एक संपूर्ण उत्पाद है जो पौधों की सभी विकास आवश्यकताओं को पूरा करता है। यह फसल की वृद्धि और उपज को बढ़ाता है; इससे लागत बचती है और पौधों को एक

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