राज्य कृषि समाचार (State News)पशुपालन (Animal Husbandry)

कृत्रिम गर्भाधान पर रिफ्रेशर प्रशिक्षण आयोजित

28 अगस्त 2025, बालाघाट: कृत्रिम गर्भाधान पर रिफ्रेशर प्रशिक्षण आयोजित – पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा गत दिनों  सभागृह कक्ष, कार्यालय, उपसंचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं, बालाघाट में जिले के सभी विकास खंडों के पशु चिकित्सा अधिकारियों के लिए कृत्रिम गर्भाधान विषय पर रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जिले को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर एवं अग्रणी बनाना तथा पशुपालकों की आय में वृद्धि सुनिश्चित करना है।

प्रशिक्षण में कृत्रिम गर्भाधान की मानक संचालन प्रक्रियाओं (Standard Operating Procedures), सीमेन हैंडलिंग तथा सेक्स सॉर्टेड सीमेन के उपयोग जैसे तकनीकी पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया। इस दौरान बताया गया कि सेक्स सॉर्टेड सीमेन तकनीक के उपयोग से उच्च दुग्ध उत्पादन क्षमता वाली बछियों का जन्म सुनिश्चित किया जा सकेगा। जिससे दीर्घकालिक रूप से दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी। विभाग द्वारा यह निर्देश भी जारी किया गया कि प्रशिक्षण प्राप्त सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में विभागीय स्टाफ, गौ सेवकों एवं मैत्री कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षित करें।

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प्रभारी उपसंचालक डॉ. पुरी ने कहा कि “कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से पशुओं की नस्ल सुधार एवं दुग्ध उत्पादन में वृद्धि की संभावना अत्यधिक है। विभाग का लक्ष्य है कि प्रत्येक पात्र पशु को गुणवत्तापूर्ण सीमेन के माध्यम से कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा सुलभ कराई जाए। इसके साथ ही उन्होंने डेयरी योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं वृन्दावन ग्रामों में नियमित भ्रमण कर अधिकाधिक पशुपालकों को विभागीय योजनाओं से जोड़ने के निर्देश भी दिए।   प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन प्रभारी उपसंचालक डॉ. एन.डी. पुरी के मार्गदर्शन में किया गया। प्रशिक्षण सत्रों का संचालन पशु चिकित्सा शल्यज्ञ डा. राकेश शील  एवं पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ डॉ रूपाली गजभिए द्वारा किया गया।

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