रबी फसलों की कटाई के कृषि यंत्र
- दीपक चौहान (वैज्ञानिक – कृषि अभियांत्रिकी)
 - डॉ. मृगेन्द्र सिंह (वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख)
 - डॉ. अल्पना शर्मा (वैज्ञानिक)
 - भागवत प्रसाद पंद्रे (कार्यक्रम सहायक), कृषि विज्ञान केन्द्र, शहडोल, ज.ने. कृ.वि.वि., जबलपुर
 
15 मार्च 2021, भोपाल । रबी फसलों की कटाई के कृषि यंत्र – रबी की फसलें अब लगभग पूर्ण रूप से पक कर खेतों में खड़ी है एवं इसे समय पर काटना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि मौसम भी इस समय बहुत परिवर्तित हो रहा है तथा अगली फसल लगाने के लिए खेत समय पर तैयार करना भी जरुरी है इस परिस्थिति में समय पर कटाई बहुत जरुरी है तथा कृषि कार्य में फसलों की कटाई एक महत्वपूर्ण कार्य है। इस कार्य में मजदूरों की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। आजकल फसल कटाई के लिए मजदूरों की उपलब्धता तथा अधिक मजदूरी दर किसानों के लिए एक गंभीर समस्या बन गयी है। आज भी देश के कई क्षेत्रों में कटाई के लिये हँसिये का प्रयोग किया जाता है। हँसिये से कार्य करने में 20-25 मजदूर कार्य दिवस प्रति हेक्टर लगते हंै जिससे कटाई में बहुत अधिक समय एवं खर्च आता है। इस समस्या को दूर करने के लिए यांत्रिक विधियों का प्रयोग किया जा सकता है। फसलों की कटाई के लिए विभिन्न प्रकार की स्वचालित एवं ट्रैक्टर चलित मशीनें जैसे स्वचालित वर्टिकल कन्वेयर रीपर, बैठकर चलाने वाला रीपर, ट्रैक्टर से चलने वाला रीपर, स्वचालित कटाई सह बंधाई यंत्र, ट्रैक्टर चलित स्वचालित कटाई सह बंधाई यंत्र, स्वचालित कम्बाईन हार्वेस्टर तथा भूसा कम्बाईन आदि का विकास किया गया है। इन यंत्रों द्वारा कम समय में अधिक कार्य संपन्न किया जा सकता है तथा इनसे कार्य करने का व्यय हँसिये से कटाई की तुलना में कम आता है। इन यंत्रों में से कुछ यंत्रों का संक्षिप्त विवरण निम्न है:-
ब्रश कटर

स्वचालित वर्टिकल कन्वेयर रीपर
यह मशीन फसल की कटाई के लिए उपयोग में लायी जाने वाली इंजन चलित मशीन है। इस मशीन को चलाने के लिए मशीन के पीछे चालक को पैदल चलना पड़ता है। इस मशीन के द्वारा फसलों को काटकर एक कतार में व्यवस्थित रखा जा सकता है। इस मशीन के मुख्य भाग निम्न है इंजन, शक्ति संचालन बॉक्स, कटाई पट्टी, फसल पंक्ति विभाजक, कन्वेयर पट्टी, स्टार पहिया और संचालन प्रणाली तथा एक मजबूत फ्रेम पर ये सभी लगे होते हंै। इसमें इंजन की शक्ति को पट्टी तथा घिरनी के द्वारा कटाई पट्टी और कन्वेयर पट्टी तक भेजा जाता है। रीपर को आगे चलाने पर फसल पंक्ति विभाजक फसल को विभाजित करता है तथा फसल के तने को कटाई पट्टी के संपर्क में आने पर फसल कट जाती है तथा एक पंक्ति में कटी हुई फसल एकत्रित हो जाती है। कटी हुई फसल को हाथों द्वारा ग_र बनाकर गहाई करने वाले स्थान तक ले जाया जाता है। मशीन द्वारा काटी गई फसल का वहन खड़ी दिशा में होने के कारण फसल के बिखेरने से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। इस मशीन की लम्बाई, चौड़ाई और ऊंचाई लगभग 2450, 1200 और 1000 मिमी क्रमश: होती है। इस मशीन का प्रयोग मुख्यत: गेहूँ, धान, सोयाबीन तथा अन्य आनाज एवं तिलहन वाली फसलों की कटाई के लिए उपुक्त है। इस मशीन की कार्य क्षमता लगभग 0.15 हेक्ट./घंटा होती है। इसमें ईंधन की खपत लगभग 1 लीटर प्रति घंटा होती है तथा इस मशीन की अनुमानित लागत लगभग 80000/- आती है।
ट्रैक्टर चलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर
यह एक ट्रैक्टर चलित कटाई यंत्र है, इस मशीन को ट्रैक्टर के सामने लगाया जाता है और इसे ट्रैक्टर के पीटीओ द्वारा कपलिंग शाफ्ट तथा मध्यवर्ती शाफ्ट जी ट्रैक्टर के चेचिस के माध्यम से चलाया जाता है। जमीन के ऊपर मशीन की ऊंचाई घिरनी एवं स्टील की रस्सी की सहायता से ट्रैक्टर के हइड्रोलिक द्वारा नियंत्रित की जाती है। कटाई पट्टी द्वारा फसल की कटाई के बाद फसल को लग्ड़ कन्वेयर पट्टी की सहायता से उर्वराधर स्थिति में मशीन के एक तरफ ले जाया जाता है और कटी फसल मशीन की चलने की दिशा से अधोलाम्बावत दिशा में एक कतार में जमीन पर गिर जाती है। इस यंत्र में निम्न भाग होते हंै 75 मिमी पिच का कटाई पट्टी असेम्ब्ली, 7 फसल पंक्ति विभाजक, लग सहित कन्वेयर पट्टी, दबाव स्प्रिंग, घिरनी और पावर संचालन गियर बॉक्स रहते है। फसल पंक्ति विभाजक कटाई पट्टी असेम्बली के सामने फिट किया जाता है तथा स्टार पहिया फसल पंक्ति विभाजक के ऊपर लगे होते हैं। ट्रैक्टर चलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर का प्रयोग गेहूँ और धान की कटाई की जा सकती है, एवं इसकी अनुमानित मूल्य 45000/- है।
स्वचालित कटाई सह बंधाई यंत्र
स्वचालित कटाई सह बंधाई यंत्र फसल की कटाई के साथ साथ फसल को बंडल के रूप में बांधने का काम करता है। इस मशीन में दो बड़े तथा एक छोटा पहिया लगा होता है। इसका संचालन पिछले छोटे पहिये द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इस मशीन को संचालित करने के लिए लगभग 10 अश्व शक्ति का डीजल इंजन लगा होता है। इस मशीन में क्लच, ब्रेक, स्टेयरिंग प्रणाली और शक्ति संप्रेषण प्रणाली लगी होती है जो मशीन को आसानी से चलाने में मदद करते हैं। यह यंत्र कम लागत में बहुत कम दानों की क्षति के साथ 100 प्रतिशत भूसे की प्राप्ति सुनिश्चित करता है। इस मशीन का उपयोग मुख्यत: गेहूँ, धान, जई, जौ और अन्य अनाज वाली फसलों की कटाई के लिए किया जाता है। इस मशीन की कार्यक्षमता 0. 4 हेक्टर/ घंटा है तथा ईंधन की खपत लगभग 1 लीटर/घंटा होती है।
स्वचालित कम्बाइन हार्वेस्टर
स्वचालित कम्बाईन हार्वेस्टर में कटाई इकाई, गहाई इकाई और सफाई एवं अनाज संचालन इकाई लगी होती है। कटाई इकाई में घिरनी, कटाई पट्टी, बरमा और फीडर कन्वेयर शामिल होते हैं। गहाई इकाई में सिलेंडर, अवतल और सिलेंडर बीटर लगे होते है। सफाई इकाई में काटने वाला छलनी और डेन इकठ्ठा करने हेतु आनाज कड़ाही लगे होते हंै। अनाज संचालन इकाई में अनाज एलिवेटर और बहाव बरमा लगे होते हैं।
फसल कटने के बाद फीडर कन्वेयर के माध्यम से सिलेंडर और अवतल असेम्बली में जाती है जहाँ पर इस की गहाई होती है और अनाज के डेन एवं भूसा भिन्न-भिन्न भागों में एक-दूसरे से अलग हो जाते हंै। इसमें 4300 मि. मी. लम्बाई का कटाई पट्टी होती है। इसकी काटने की ऊंचाई 550 से 1250 है। इसमें 605 व्यास तथा 1240 लम्बाई का गहाई ड्रम लगा होता है जो 540 से 1050 चक्कर प्रति मिनट की गति से चलता है। इसकी चाल 2 से 11.5 कि. मी. /घंटा है। स्वचालित कम्बाईन हार्वेस्टर का प्रयोग आनाज एवं अन्य फसलों की कटाई एवं गहाई तथा सफाई हेतु किया जाता है। इस मशीन का अनुमानित मूल्य 12 से 16 लाख रुपये है।
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