राजस्थान में केन्द्रीय कृषि मंत्री ने किया केवीके वल्लभनगर के नव निर्मित भवन का लोकार्पण
21 जनवरी 2023, उदयपुर । राजस्थान में केन्द्रीय कृषि मंत्री ने किया केवीके वल्लभनगर के नव निर्मित भवन का लोकार्पण – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने सियाखेड़ी, वल्लभनगर में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण के अवसर पर किसान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना के द्वारा हर जरूरतमंद किसान के खाते में सीधे ₹6000 पहुंचाएं हैं। इस योजना के तहत सरकार 2,20,000 करोड रुपए खर्च कर रही है। उन्होंने बताया कि 2014 से पूर्व देश का कृषि बजट मात्र 22,000 करोड रुपए था जो आज 132,000 करोड रुपए प्रति वर्ष है । उन्होंने क्षेत्र के किसानों एवं विश्वविद्यालय प्रशासन को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अंतर्गत वल्लभनगर का यह कृषि विज्ञान केंद्र इस नवनिर्मित भवन की सुविधा, नवीन संसाधनों एवं नए नए कृषि ज्ञान के माध्यम से क्षेत्र के किसानों और ग्रामीण समृद्धि का साक्षी बनेगा।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कृषि राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा की देश के कृषि विज्ञान केंद्र आत्मनिर्भर भारत बनाने एवं किसान समृद्धि के मुख्य केंद्र बिंदु हैं । किसानों को आय और उत्पादन को बढ़ाने हेतु कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से प्रयोगशालाओं में विकसित नई कृषि तकनीकों एवं उन्नत कृषि बीजों को किसान तक पहुंचाने एवं उनकी समस्याओं के समाधान में कृषि विज्ञान केंद्रों की महती भूमिका है। उन्होंने बताया कि डिजिटल टेक्नोलॉजी, ड्रोन तकनीक की उपयोगिता को देखते हुऐ नवीनतम तकनीक किसानों को उपलब्ध करवाई जा रही है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि चित्तौड़ गढ़ के माननीय सांसद श्री सी पी जोशी ने आशा व्यक्त की कि वल्लभनगर का यह कृषि विज्ञान केंद्र पशुपालन के क्षेत्र में एक मॉडल केवीके बनने की क्षमता रखता है अतः इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोध्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार कर्नाटक ने बताया कि भारत सरकार के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस वर्ष को मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है जिसके तहत देश में विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों एवं कृषि अनुसंधान संस्थानों के माध्यम से मोटे अनाज को एवं उसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं एम पी यू ए टी की भी स्नेह एवं भूमिका है एवं हमने वर्षभर इसके विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रम तैयार किए हैं। कुलपति ने बताया कि एमपीयूएटी राजस्थान के विभिन्न जिलों में 8 कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से कृषि विकास में संलग्न है हमारा विश्वविद्यालय प्रदेश के 28 राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान रखता है जिसके लिए हमें कुलाधिपति सम्मान से भी नवाजा गया है उन्होंने बताया कि एमपीयूएटी ने विगत वर्षों में आईसीएआर रैंकिंग में भी 15 वां स्थान हासिल किया है।
केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी डॉ. आर एल सोनी ने बताया कि कार्यक्रम को डॉ. उधम सिंह गौतम, उप-महानिदेशक (कृषि प्रसार) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली ने भी विशिष्ठ अतिथि के रुप में संबोधित लिया। इस अवसर पर डॉ. एस.के. सिंह, निदेशक, अटारी जोधपुर, स्वामी अभय दास जी, श्री हिम्मत सिंह झाला, डॉ बी आर चौधरी, श्री डली चांद डांगी, प्रधान वल्लभनगर, विश्वविध्यालय के प्रबंध मंडल सदस्य, वरिष्ट अधिकारी, निदेशक, अधिष्ठता, कृषि वैज्ञानिक एवं किसान भाइयों एवं बहनों की गरिमामय उपस्थिति रहेगीl
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