राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्यप्रदेश दिवस पर 43वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में प्रदेश की सांस्कृतिक और औद्योगिक पहचान का प्रदर्शन

20 नवंबर 2024, भोपाल: मध्यप्रदेश दिवस पर 43वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में प्रदेश की सांस्कृतिक और औद्योगिक पहचान का प्रदर्शन –  दिल्ली में आयोजित 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में मंगलवार को ‘मध्यप्रदेश दिवस’ का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि मध्यप्रदेश प्राकृतिक संसाधनों, सांस्कृतिक धरोहर और औद्योगिक संभावनाओं से समृद्ध राज्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार रोजगारपरक उद्योगों को बढ़ावा देकर मध्यप्रदेश को देश का अग्रणी औद्योगिक राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रदेश की सांस्कृतिक और प्राकृतिक संपदा पर प्रकाश

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मध्यप्रदेश दो ज्योतिर्लिंगों का स्थान है और इसे नदियों का मायका भी कहा जाता है। यहां नर्मदा और शिप्रा जैसी पवित्र नदियां बहती हैं। साथ ही, यह प्रदेश टाइगर स्टेट, तेंदुआ स्टेट और चीता स्टेट होने का गौरव भी रखता है। खनिज संपदा के मामले में मध्यप्रदेश देश का एकमात्र हीरा उत्पादक राज्य है। उन्होंने प्रदेश की 5,000 साल पुरानी सभ्यता और सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रदेश की पहचान बताया।

औद्योगिक विकास के प्रयासों पर जोर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश में ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना के तहत महिला स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके साथ ही, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों से लेकर भारी उद्योगों तक को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने घोषणा की कि वर्ष 2025 को ‘उद्योग वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा, ताकि प्रदेश को तेजी से औद्योगिक विकास की दिशा में आगे बढ़ाया जा सके।

प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को अगले 5 वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और रोड-शो जैसे आयोजनों के माध्यम से निवेशकों को आकर्षित किया जा रहा है।

विकसित भारत @2047’ थीम पर सजा मध्यप्रदेश मंडप

मुख्यमंत्री ने व्यापार मेले में मध्यप्रदेश मंडप का उद्घाटन किया, जो ‘विकसित भारत @2047’ की थीम पर आधारित है। मंडप में प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के साथ स्टार्टअप्स और विभिन्न उद्यमों का प्रदर्शन किया गया। मंडप में किसान, नारी, युवा और गरीब कल्याण की योजनाओं को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया।

मुख्यमंत्री ने मंडप में लगे विभिन्न स्टॉल का अवलोकन किया और शिल्पकारों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार भी वितरित किए। पर्यटन विभाग को ‘बेस्ट स्टॉल डिस्प्ले’ और माटीकला बोर्ड को हस्तकला के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

मध्यप्रदेश दिवस पर प्रदेश की सांस्कृतिक झलक भी देखने को मिली। जबलपुर के श्री जानकी बैंड ने डॉ. शिप्रा सुल्लेरे के निर्देशन में मनमोहक प्रस्तुति दी। बुंदेलखंड के अखाड़ा लोक नृत्य ने भी दर्शकों का दिल जीता।

विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति

कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर, नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी और लघु उद्योग निगम के प्रबंध संचालक श्री दिलीप कुमार समेत कई गणमान्य अतिथियों ने हिस्सा लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश उद्योग और सांस्कृतिक समृद्धि के समन्वय से विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने प्रदेशवासियों से प्रदेश को औद्योगिक और सांस्कृतिक रूप से आगे ले जाने के लिए सहयोग करने का आह्वान किया।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements