छात्र अब पढ़ाई के साथ खेती-किसानी के बारीकियों को भी समझेंगे
08 अक्टूबर 2024, खरगोन: छात्र अब पढ़ाई के साथ खेती-किसानी के बारीकियों को भी समझेंगे – मध्य प्रदेश के खरगोन के क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय के बीएससी एग्रीकल्चर के छात्र अब पढ़ाई के साथ खेती-किसानी के बारीकियों को भी समझेंगे. दिन में कॉलेज में पढ़ाई और शाम को खेतों में प्रैक्टिकल के जरिए छात्र खेती के गुर सीखेंगे. विश्वविद्यालय ने पीजी कॉलेज के बॉटनिकल गार्डन की 2 एकड़ जमीन पर खेती के लिए एमओयू साइन किया है, जिससे छात्रों को सीधे खेतों में अनुभव प्राप्त होगा.
बता दें कि बीएससी एग्रीकल्चर के पाठ्यक्रम में 60% प्रैक्टिकल और 40% थ्योरी को शामिल किया गया है. इस पहल के तहत, छात्र पीजी कॉलेज की 13 एकड़ जमीन में से 2 एकड़ भूमि पर खेती करेंगे. विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. जीएस चौहान का कहना है कि यह भूमि छात्रों के लिए पर्याप्त है और यहां वे खेती के विभिन्न तकनीकी पहलुओं का गहराई से अध्ययन कर सकेंगे. प्रैक्टिकल में विभिन्न ब्लॉक्स तैयार कर छात्रों से खेती करवाई जाएगी, जिससे वे बेहतर अनुभव हासिल करेंगे. बीएससी एग्रीकल्चर की पहली बार शुरुआत के साथ ही सभी 80 सीटें भर गई हैं. इस विषय को लेकर लंबे समय से छात्रों और अभिभावकों में उत्साह था और अब विश्वविद्यालय में कृषि की पढ़ाई के साथ प्रैक्टिकल भी शुरू हो चुका है. 1 अक्टूबर से इस कोर्स की नियमित कक्षाएं संचालित की जा रही हैं
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: