छत्तीसगढ़ के किसानों को राहत: 15 सिंचाई परियोजनाओं के लिए 2800 करोड़ की स्वीकृति, गन्ना उत्पादकों के लिए 46 करोड़ का भुगतान
16 अक्टूबर 2025, रायपुर: छत्तीसगढ़ के किसानों को राहत: 15 सिंचाई परियोजनाओं के लिए 2800 करोड़ की स्वीकृति, गन्ना उत्पादकों के लिए 46 करोड़ का भुगतान – भारतीय किसान संघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के द्वारा सोमवार को बूढ़ा तलाब स्थित धरना स्थल पर आंदोलन किया गया था। जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव आंदोलनरत भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की और उनसे उनकी समस्याओं के संबंध में जाना। जहां बिंदुवार सभी नौ सूत्रीय मांगों पर उन्होंने प्रतिनिधियों से सहानुभूतिपूर्वक सभी मांगों के संबंध में चर्चा की। इसके बाद वे बूढ़ा तलाब स्थित धरना स्थल में पहुंचे। जहां बड़ी संख्या में आये किसानों ने मंत्री यादव का अभिवादन किया।
शिक्षा मंत्री यादव ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी किसान एक परिवार की तरह हैं, हमारी विचारधारा भी एक ही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी इसी किसान परिवार से संबंध में रखते हैं, इसीलिए आपकी मांगों पर उन्होंने संवेदनशीलतापूर्वक विचार किया है। जिसमें उन्होंने बताया कि सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा कैबिनेट बैठक में 15 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई थी जिसके निर्माण के लिए 2800 करोड़ रूपयों को आज (सोमवार) जारी किया जा रहा है। इसके साथ ही धान खरीदी पर किसानों से 40 किलो में सात सौ ग्राम से अधिक नहीं लेने एवं समितियों में भंडारण सुनिश्चित करने की भी उन्होंने घोषणा की और खाद की कालाबाजारी पर प्रभावी नियंत्रण का भी आश्वासन दिया।
इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि किसानों की मांग अनुरूप कवर्धा के भोरमदेव शक्कर उत्पादक कंपनी के गन्ना उत्पादक किसानों की बकाया 46 करोड़ रूपयों की राशि को कैबिनेट द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है, वित्त द्वारा इसपर जल्द कार्यवाही पूर्ण कर किसानों को लाभान्वित किया जाएगा। जिस पर सभी किसानों ने प्रसन्नता व्यक्त की।
आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture


