राजस्थान: ‘राज किसान’ ऐप किसानों के लिए बना डिजिटल सुविधा केंद्र
18 जनवरी 2025, जयपुर: राजस्थान: ‘राज किसान’ ऐप किसानों के लिए बना डिजिटल सुविधा केंद्र – राजस्थान के किसानों को तकनीक और ई-गवर्नेंस के माध्यम से योजनाओं और सेवाओं तक पहुंचने में मदद करने के लिए ‘राज किसान साथी’ पोर्टल और ‘राज किसान सुविधा’ ऐप एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में उभर रहे हैं। कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के शासन सचिव, श्री राजन विशाल, ने शुक्रवार को पंत कृषि भवन में इन सेवाओं की समीक्षा करते हुए विभिन्न निर्देश दिए।
एकीकृत सेवाओं का लाभ
शासन सचिव ने बताया कि ‘राज किसान साथी’ पोर्टल कृषि, बागवानी, विपणन बोर्ड और बीज निगम जैसी संस्थाओं से जुड़ी योजनाओं और सेवाओं को डिजिटल रूप से जोड़ता है। किसानों को डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिए योजनाओं का लाभ तेजी से पहुंचाने में यह पोर्टल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अब तक इस पोर्टल पर 97 लाख किसान पंजीकरण कर चुके हैं, जबकि 17.3 लाख किसानों ने अनुदान के लिए आवेदन किया है।
वित्तीय आंकड़े
श्री विशाल ने बताया कि पोर्टल के जरिए अब तक 2840 करोड़ रुपये का अनुदान डीबीटी के माध्यम से वितरित किया जा चुका है। इसके अलावा, कृषि संकाय में अध्ययनरत 59,000 छात्राओं को 108 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है।
शासन सचिव ने ‘राज किसान साथी’ पर कृषि ज्ञानधारा कार्यक्रम को अपलोड करने और कस्टम हायरिंग सेंटर को जिला स्तर पर स्थापित करने के निर्देश दिए। साथ ही, पोर्टल पर बीज, उर्वरक और कीटनाशकों के लाइसेंस के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और नवीनीकरण की सुविधा को भी विस्तार देने की बात कही।
इस डिजिटल मंच पर किसानों के लिए स्व-पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है, जिससे वे जन आधार के माध्यम से योजनाओं और अनुदानों का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यह पोर्टल न केवल किसानों, बल्कि कृषि इनपुट निर्माताओं, डीलरों और प्रोसेसिंग यूनिट्स के लिए भी उपयोगी साबित हो रहा है।
‘राज किसान साथी’ पोर्टल और ‘राज किसान सुविधा’ ऐप तकनीकी और प्रशासनिक दक्षता के साथ राजस्थान के कृषि क्षेत्र में नई संभावनाएं खोल रहे हैं। हालांकि, इन पहल की सफलता किसानों और अन्य हितधारकों द्वारा इसकी सक्रिय उपयोगिता पर निर्भर करेगी।
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