वर्षा जल-संरक्षण के उपाय जरूरी : श्री चौहान
मुख्यमंत्री ने विश्व जल दिवस पर की समीक्षा
29 मार्च 2022, भोपाल । वर्षा जल-संरक्षण के उपाय जरूरी : श्री चौहान – मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हेंडपंप के स्थान पर अब हर घर को नल से जल मिल सके, इसके लिए प्रदेश में जल जीवन मिशन के कार्य जारी है। सिंचाई का रकबा 43 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 65 लाख हेक्टेयर तक पहुँचाना है। लेकिन इस सब के लिए पानी चाहिए। वर्षा जल को हम कैसे सुरक्षित कर पाए, इसके लिए हमें हर संभव उपाय करना होंगे। श्री चौहान विश्व जल दिवस पर प्रदेश में पानी बचाने के लिए आगामी समय में चलाई जाने वाली गतिविधियों की निवास कार्यालय में समीक्षा कर रहे थे। श्री चौहान जल जीवन मिशन में बुरहानपुर जिले के ग्रामीण अंचलों में 30 मार्च को हर घर में नल और हर नल में जल का लोकार्पण करेंगे। जिला जल संसद में भी शामिल होंगे।
- जनभागीदारी से क्रियान्वित होंगी जल संरक्षण की गतिविधियां
- पानी बचाने के लिए व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा जन-जागरण अभियान
- जल अभिषेक अभियान में 30 मार्च को सभी जिलों में होगी जल संस
- 10 अप्रैल से आरंभ होंगे वर्षा जल-संरक्षण और भू-जल संवर्धन के कार्य
- भू-जल रिचार्ज के लिए मुख्यमंत्री जल शक्ति अभियान किया जाएगा आरंभ
- हर घर में नल- हर नल में जल योजना का करेंगे लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षा के जल को संग्रहीत करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। जलाभिषेक अभियान में विभिन्न जल-संरचनाओं जैसे स्टाप डेम, चैक डेम आदि के निर्माण का लक्ष्य यही था कि वर्षा जल का अधिक से अधिक संरक्षण हो। नदियों को पुनर्जीवित करने का कार्य भी व्यापक स्तर पर आरंभ किया गया था।
श्री चौहान ने कहा कि कृषि में नहर के स्थान पर स्प्रिंकलर और ड्रिप से सिंचाई को प्रोत्साहित किया जाएगा। पानी बचाने की इन गतिविधियों के लिए लोगों को जागरूक करना होगा। जल-संरक्षण के लिए जल-संरचनाओं का निर्माण कर नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। वन क्षेत्रों में भी स्टाप डेम और चैक डेम बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षा ऋतु आरंभ होने पर विस्तृत रूप से वृक्षारोपण अभियान संचालित किया जाएगा।
बैठक में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के महानिदेशक श्री बी.आर. नायडू, अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं पर्यावरण श्री मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री उमाकांत उमराव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में वर्ष 2022-23 में संचालित होने वाले जल अभिषेक अभियान के क्रियान्वयन और हर घर में नल और हर नल में जल के लक्ष्य से क्रियान्वित किए जा रहे जलजीवन मिशन की जानकारी दी गई। बताया गया कि जल अभिषेक अभियान में 30 मार्च को संपूर्ण प्रदेश में जिला-स्तर पर जल संसद का आयोजन किया जाएगा। जल बचाने और वर्षा जल के संरक्षण के लिए जल – जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। इस वर्ष जल अभिषेक अभियान के अंतर्गत पुरानी जल-संरचनाओं के पुनर्जीवन के लिए पुष्कर धरोहर समृद्धि अभियान चलाया जा रहा है।
वर्षा जल-संरक्षण और भू-जल संवर्धन के लिए जिन कार्यों को अभियान में क्रियान्वित किया जाना है, उन्हें 5 अप्रैल तक चिन्हित कर लिया जाएगा। इन कार्यों की तकनीकी और प्रशासनिक स्वीकृति 9 अप्रैल तक जारी कर दी जाएगी। जल अभिषेक अभियान में यह सभी कार्य 10 अप्रैल से आरंभ हो जाएंगे। सभी कार्य वर्ष भर जारी रहेंगे।
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