राज्य कृषि समाचार (State News)

इंदौर जिले की प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) को बहुउद्देशीय बनाया जायेगा

27 अक्टूबर 2024, इंदौर: इंदौर जिले की प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) को बहुउद्देशीय बनाया जायेगा – इंदौर जिले में स्थित प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) को बहुउद्देशीय बनाया जायेगा। जिले में कलेक्टर श्री आशीष सिंह के निर्देशन में इन समितियों के माध्यम से विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियां संचालित करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इस कार्ययोजना के माध्यम से उक्त समितियों द्वारा जन औषधि केन्द्र, कॉमन सर्विस सेन्टर, गैस एजेंसी, पेट्रोल पंप संचालन, बिल/टैक्स कलेक्शन, वेयर हाउस संचालन, उपार्जन केन्द्र, कृषि उपज के विपणन, कृषि आदानों के क्रय सहित अन्य गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।

प्राथमिक कृषि ऋण समितियों(पैक्स) को बहुउद्देशीय बनाने के संबंध में  कल यहां कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उपायुक्त सहकारिता श्री मदन गजभिये, इंदौर प्रीमियर को ऑपरेटिव बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आलोक जैन, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड श्री नागेश चौरसिया, मुख्य कार्यपालन अधिकारी आईपीसी बैंक,  उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग श्री शशांक जुमड़े, महाप्रबंधक इन्दौर सहकारी दुग्ध संघ डॉ. चिरंजीवी चौहान , सहायक संचालक कृषि श्री संदीप यादव, उप संचालक उद्यानिकी श्री घूमसिंह चौहान, एपीओ जिला पंचायत श्री विजय शर्मा, सहायक आयुक्त सहकारिता श्री एपीएस बिलोदिया  सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने निर्देश दिए कि प्राथमिक कृषि ऋण समितियों(पैक्स) को बहुउद्देशीय बनाने के लिए जल्द ही कार्ययोजना तैयार की जाए। इसमें अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों का भी सहयोग लिया जाए। इस संबंध में शीघ्र ही बैठक भी आयोजित की जाए।

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 बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा विगत दिनों ली गई बैठक का फालोअप भी अधिकारियों से प्राप्त किया गया। केन्द्र सरकार की सहकार से समृद्धि योजना के अंतर्गत बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि सहकारी साख संस्थाओं को सुदृढ करने एवं जिले की जिन ग्राम पंचायतों में बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि सहकारी साख संस्था, बहुउद्देशीय दुग्ध उत्पादक सहकारी संस्थाएं एवं मत्स्य सहकारी संस्था नहीं है उनमें से उक्त संस्थाओं के गठन के संबंध में चर्चा की गयी। जिले की 334 ग्राम पंचायतों में 120 प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था, 302 ग्राम पंचायतों में 370 से अधिक प्राथमिक दुग्ध सहकारी संस्था कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त जिले में 56 स्थानों पर मत्स्य सहकारी संस्था पंजीकृत हैं। शासन की योजना के अनुरूप प्राथमिक कृषि साख संस्थाएँ एवं प्राथनिक दुग्ध सहकारी संस्थाओं को बहुउ‌द्देशीय संस्थाएँ बनाये जाने के उद्देश्य से 12 पंचायतें जिनके पंचायत मुख्यालयों में प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं में 10 दुग्ध सहकारी संस्थाएं संचालित हैं को प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं का कार्य करने हेतु आगामी कार्यवाही के लिए निर्णय लिया गया।

कलेक्टर श्री आशीष सिंह द्वारा पैक्स में संचालित कॉमन सर्विस सेंटर को सक्रिय कर उनके माध्यम से विद्युत बिल, जल कर आदि सुविधाएं निर्धारित दरों पर किसानों को प्रदान करने के निर्देश दिये गये। बड़े कस्बों में कार्यरत प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं में प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र स्थापित करने हेतु CMHO से समन्वय स्थापित करने, एलपीजी गैस की एजेन्सी प्राप्त करने एवं जिन समितियों में हाईवे पर भूमि उपलब्ध हो, ऐसे स्थानों पर पेट्रोल पंप चिन्हित करने हेतु खाद्य विभाग एवं पेट्रोलियम कंपनी से खाद्य विभाग के माध्यम से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये गये। ग्रामीण क्षेत्रों में जल कर पैक्स के माध्यम से संकलित कराने हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत से समन्वय स्थापित करने के निर्देश बैंक महाप्रबंधक को दिये गये। पैक्स के माध्यम से कृषकों को अनाज भण्डारण हेतु गोदामों की सुविधा किसानों को उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये। जिले में परिसमापन अधीन तथा अकार्यशील गृह निर्माण एवं अन्य समस्त प्रकार की सहकारी संस्थाओं के पंजीयन निरस्त करने हेतु कार्य योजना बनाकर उनके पंजीयन निरस्त करने की कार्यवाही करने के निर्देश उपायुक्त सहकारिता को दिये गये। बैठक में जिले में पंजीकृत तीन कृषक उत्पादक सहकारी समितियों में शासन द्वारा निर्धारित कम से कम 300 सदस्य बनाये जाकर प्रोसेसिंग इकाई स्थापित करने हेतु उद्यानिकी विभाग से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये गये।

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