राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्य प्रदेश में पांच करोड़ का धान खरीदी घोटाला  

07 मार्च 2025, भोपाल: मध्य प्रदेश में पांच करोड़ का धान खरीदी घोटाला –  मध्य प्रदेश में धान उपार्जन घोटाले पर सख्त रुख अपनाते हुए आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने प्रदेशभर में बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर की गई इस छापेमारी में 12 जिलों की 150 उपार्जन समितियों और 140 वेयरहाउस की जांच की गई। अब तक की जांच में 19,910.53 क्विंटल धान की हेराफेरी के सबूत मिले हैं, जिसकी कीमत लगभग पांच करोड़ रुपये आंकी गई है। इस कार्रवाई में कई समितियों में व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़ा सामने आया है।

किसानों का फर्जी पंजीयन

प्रदेश में कई स्थानों पर धान उपार्जन में गड़बड़ियों की शिकायतें मिल रही थीं। EOW की 25 टीमों ने इस पर कार्रवाई करते हुए 12 जिलों में जांच अभियान चलाया। सतना जिले के कनक वेयरहाउस में 535 क्विंटल धान के स्थान पर भूसी पाई गई, जो इस घोटाले की गंभीरता को दर्शाती है। EOW को कई समितियों में यह भी पता चला कि किसानों का फर्जी पंजीयन कर बिना धान उपार्जित किए ही ई-उपार्जन पोर्टल पर रिकॉर्ड दर्ज कर दिया जाता था। इसके बाद ट्रांसपोर्ट और वेयरहाउस के फर्जी दस्तावेज तैयार कर सरकारी भुगतान प्राप्त किया जाता था।

Advertisement
Advertisement

79 से अधिक पदाधिकारियों पर कार्रवाई

अब तक 79 से अधिक उपार्जन समिति पदाधिकारियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टर, वेयरहाउस और राइस मिलों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घोटाले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के हक पर डाका डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। EOW की टीमें लगातार जांच कर रही हैं और संभावना है कि अन्य जिलों में भी बड़े घोटाले सामने आ सकते हैं। इस मामले में आगे भी कई गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही है।

इन जिलों में हुई जांच

EOW ने बालाघाट, जबलपुर, डिंडोरी, रीवा, सतना, मैहर, सागर, पन्ना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर और श्योपुर जिलों में कार्रवाई की।

Advertisement8
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

Advertisement8
Advertisement

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement