राज्य कृषि समाचार (State News)

अब विदेश जाएंगे MP के मसाले और हैंडीक्राफ्ट, सहकारी संघ और मंडी बोर्ड का बड़ा करार

30 जून 2025, भोपाल: अब विदेश जाएंगे MP के मसाले और हैंडीक्राफ्ट, सहकारी संघ और मंडी बोर्ड का बड़ा करार – मध्यप्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है। अब राज्य के मसाले और हैंडीक्राफ्ट उत्पाद सीधे विदेशी बाजारों में बिकेंगे। इसके लिए मध्यप्रदेश राज्य सहकारी संघ और मंडी बोर्ड ने नेशनल को-ऑपरेटिव एक्सपोर्ट लिमिटेड (NCEL) के साथ बड़ा समझौता (MoU) किया है। भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में इस करार पर हस्ताक्षर हुए।

कार्यशाला का आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के तहत मसालों और हस्तशिल्प उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। इसमें प्रदेश भर से लहसुन, धनिया, मिर्च जैसे मसालों के लघु एवं मध्यम किसान, सहकारी समितियां और उत्पादक समूहों ने भाग लिया।

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इस मौके पर सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, “आज सहकारिता आंदोलन के इतिहास में एक नई शुरुआत हो रही है। NCEL के साथ हुए इस समझौते से किसानों को विदेशों में अपने उत्पाद बेचने का मौका मिलेगा, जिससे उनकी आमदनी में सीधा इजाफा होगा।”

चुने जाएंगे प्रमुख कृषि उत्पाद, तैयार होगी निर्यात रणनीति

मंत्री सारंग ने बताया कि आने वाले समय में प्रदेश के प्रमुख कृषि उत्पादों की पहचान कर उनके निर्यात की रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा, “हमारे पास मसाले और हैंडीक्राफ्ट जैसे उत्पाद हैं जिनकी विदेशों में भारी मांग है। अब समय आ गया है कि हम सहकारिता के जरिए किसानों को वैश्विक बाजार से जोड़ें।”

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‘2047 तक विकसित भारत’ के लक्ष्य में सहकारिता की अहम भूमिका

मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए सहकारी आंदोलन को और तेज करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह देश के पहले सहकारिता मंत्री बने और MP ने NCEL की सदस्यता लेने में देश में सबसे आगे रहकर यह साबित किया है कि राज्य सहकारिता के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने को तैयार है।

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इस मौके पर राज्य के कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने भी विचार रखे। उन्होंने कहा, “पहले कृषि और सहकारिता एक साथ थे, अब अलग हैं। लेकिन हमारे दिल आज भी एक जैसे धड़कते हैं। यह साझेदारी किसानों के हित में एकजुट प्रयास का प्रतीक है।”

क्यों है यह करार खास?

  • किसानों की आमदनी में संभावित इजाफा।
  • राज्य के मसाले, जैसे मिर्च, लहसुन, धनिया अब वैश्विक बाजार में बेचने का रास्ता खुला।
  • किसानों को विदेशी खरीदारों तक पहुंच मिलेगी।
  • सहकारी समितियों को मिलेगा निर्यात से जुड़ने का मौका।

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