राज्य कृषि समाचार (State News)

अब नहीं भटकना पड़ेगा किसानों को, चुटकी में हल हो जाएगी समस्याएं

20 अगस्त 2024, राजस्थान: अब नहीं भटकना पड़ेगा किसानों को, चुटकी में हल हो जाएगी समस्याएं – पूरे देश के किसानों की खेती किसानी से जुड़ी समस्याएं अब चुटकी में दूर हो जाएगी। दरअसल राजस्थान के  जोधपुर के कृषि विश्वविद्यालय ने क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए एक कॉल सेंटर को शुरू करने की पहल की है और जैसे ही कोई भी किसान इस कॉल सेंटर पर समस्या  से जुड़ा हुआ कॉल करेगा उसकी समस्या चंद मिनटों में ही दूर कर दी जाएगी। 

अफसरों तक भटकना पड़ता है

बता दें कि किसानों को अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए अफसरों तक भटकना पड़ता है लेकिन  कई बार यह सामने आया है कि किसानों की समस्याएं दूर होती ही नहीं है और फिर किसान परेशान होते रहते है।  विश्वविद्यालय ने किसान कॉल सेंटर ‘केसीसी’ शुरू करने के साथ ही एक टोल फ्री नंबर 1800-180-3000 जारी किया है। इस नंबर पर देश के किसी भी कोने में रहने वाला किसान एक कॉल से अपनी खेती-बाड़ी की समस्या सुलझा सकते हैं। किसानों को खेती से जुड़ी बहुत समस्याएं आती है।  किसान अपनी समस्याओं को लेकर कहां जाएगा तो ऐसी स्थिति में टोल फ्री नंबर पर किसान को अपनी समस्या का समाधान मिल जाएगा।किसानों को समस्याओं के समाधान के साथ की किसानों से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। कॉल सेंटर सुबह 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक चालू रहेगा।

किसान भाई कभी भी कॉल कर सकते है

विश्वविद्यालय के  कुलपति डॉ अरुण कुमार ने बताया कि इस नंबर पर किसान भाई कभी भी कॉल कर सकते है। किसान अपनी खेती से जुड़ी समस्याओं के बारे में हमारे कृषि वैज्ञानिक को बताएंगे और कृषि वैज्ञानिक उसका समाधान करेंगे। साथ ही इससे किसानों की उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी।प्रदेश में पहला किसान कॉल सेंटर स्थापित कर दिया गया है।  

किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है किसानों को 

भारतीय कृषि के सामने आने वाली चुनौतियों में चार मुख्य कारक शामिल हैं: पर्यावरणीय, आर्थिक, संस्थागत और तकनीकी। जलवायु परिवर्तन, अप्रत्याशित मानसून और मिट्टी का क्षरण भेद्यता में योगदान देता है। आर्थिक संघर्षों में कम आय, ऋण पहुंच संबंधी समस्याएं और बाजार में अस्थिरता शामिल हैं।

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