बाढ़ नियंत्रण के होंगे उपाय, किसानों से भी कहा- सावधानी रखें
07 जुलाई 2025, भोपाल: बाढ़ नियंत्रण के होंगे उपाय, किसानों से भी कहा- सावधानी रखें – मध्यप्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। कहीं तेज बारिश तो कहीं मध्यम बारिश हो रही है इसी बीच प्रदेश सरकार ने अफसरों से यह कहा है कि वे बाढ़ नियंत्रण के लिए सभी एहतियाती उपाय करें वहीं किसानों से भी सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
बता दें कि प्रदेश में ऐसे कई किसान है जिनके खेत तालाब या नदी किनारे है और बारिश में न केवल तालाब उफान पर आ जाते है वहीं नदियों में भी बाढ़ आ जाती है ऐसे में नदी किनारें स्थित खेतों में किसानों को न जाने की सलाह दी गई है।
इधर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि विभागीय अधिकारी प्रदेश में बांधों एवं जलाशयों में जल भराव की स्थिति की निरंतर निगरानी करें और बाढ़ नियंत्रण के सभी एहतियाती उपाय करें. संबंधित विभागों के साथ निरंतर समन्वय स्थापित कर आपदा प्रबंधन और नियंत्रण के सभी प्रयास करें. प्रदेश में कहीं से भी अतिवृष्टि अथवा बाढ़ की स्थिति की सूचना मिलने पर तत्परता के साथ कार्रवाई करें।
जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने मुख्य अभियंता, बोधी कार्यालय स्थित राज्य बाढ़ नियंत्रण कक्ष में विभागीय अधिकारियों की बैठक में प्रदेश में वर्षा एवं जल संरचनाओं में जल भराव की स्थिति की समीक्षा की एवं आवश्यक निर्देश दिए.
बैठक में बताया गया कि रिजर्वॉयर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम में चिन्हित प्रदेश के 286 प्रमुख बांधों में से आज की स्थिति में 6 जलाशयों में 90% से अधिक, 07 में 75% से 90% तक, 22 जलाशयों में 50% से 75% तक, 43 जलाशयों में 25% से 50% तक, 52 जलाशयों में 10% से 25% तक तथा 156 जलाशयों में 10% से कम जलभराव है। विगत वर्ष में आज दिनांक की स्थिति में प्रदेश के प्रमुख बांधो में लगभग 25.76 प्रतिशत औसत जलभराव था, जबकि इस वर्षाकाल में अच्छे मानसून के आगमन से प्रदेश के प्रमुख बांधो में जलभराव की स्थिति लगभग 35.34 प्रतिशत से अधिक है। इस प्रकार विगत वर्ष की तुलना में जल भराव की स्थिति 10.25 प्रतिशत अधिक है।
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