राजस्थान में कृषि सैक्टर में बिजली की मांग सोलर एनर्जी से पूरी करने के प्रयास करें – मुख्य सचिव
30 अगस्त 2022, जयपुर । राजस्थान में कृषि सैक्टर में बिजली की मांग सोलर एनर्जी से पूरी करने के प्रयास करें – मुख्य सचिव – मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि कृषि सैक्टर में बिजली की मांग को सोलर एनर्जी आपूर्ति से पूरी करने के प्रयास किये जाएं। इससे जहां एक तरफ सरकार को कृषि क्षेत्र में दी जा रही भारी सब्सिडरी से राहत मिलेगी वहीं किसानों के बिजली खर्च में भी कमी आएगी। श्रीमती शर्मा सोमवार को शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि जिलों की आवश्यकतानुसार वहां छोटे-छोटे सोलर प्रोजेक्टस स्थापित कर सोलर एनर्जी उत्पादन का डिसेन्ट्रेलाइजेशन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शाम से रात्री तक बिजली की आवश्यकता अधिक होती है और इसी समय सोलर एनर्जी नहीं बन पाती। अभी राज्य में बैट्री स्टोरेज तो हैं किन्तु बड़े स्तर पर ग्रिड सोलर स्टोरेज की सुविधा नहीं है। इसको देखते हुए माही-बीसलपुर डैम जैसे पानी की व्यापक उपलब्धता वाले क्षेत्रों में व्यापक सर्वेक्षण कर सोलर एनर्जी स्टोरेज स्थापित करने के प्रयास तेज करने होंगे।
श्रीमती शर्मा ने ’’पीएम कुसुम स्कीम’’ पर चर्चा करते हुए कहा कि व्यक्तिगत किसान की अपेक्षा यदि इसे किसानों के समूहों द्वारा सहकारिता के साथ अपनाया जाए तो इसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे। इसके लिए कुछ किसानों के समूहों अथवा छोटे गांवों को एक साथ मिलकर इस योजना को अपनाने के लिए प्रेरित करना होगा।
बैठक में राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष श्री टी.रविकान्त ने बताया कि भडाला फेस 1 जिसमें 65 डॅ तथा फेस 2 जिसमें 680 डॅ सोलर एनर्जी का उत्पादन होगा उसका विकास हो गया है। नोख सोलर पार्क जिसमें 925 डॅ उत्पादन होगा का कार्य चल रहा है। श्री रविकांत ने बताया कि राज्य में घरेलू, औद्योगिक, संस्थानिक और अन्य क्षेत्रों में रूफ टॉप सोलर प्लांट स्थापित कियें जा रहे हैं। शहरों और गांवो में आम जनता भी इनमें रूचि तो रही है।
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