32 लाख की लागत से कालापीपल में बना ‘आजीविका गौरी पशु आहार संयंत्र’, पशुपालकों को मिलेगा लाभ
10 अक्टूबर 2025, भोपाल: 32 लाख की लागत से कालापीपल में बना ‘आजीविका गौरी पशु आहार संयंत्र’, पशुपालकों को मिलेगा लाभ – मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत शाजापुर जिले के कालापीपल में ‘आजीविका गौरी पशु आहार संयंत्र’ का शुभारंभ किया गया। इस संयंत्र की कुल लागत 32 लाख रुपये है, जिसमें से 10 लाख रुपये अनुदान के रूप में दिए गए हैं। बाकी राशि मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा कालापीपल से ऋण के रूप में मिली है। यह संयंत्र उद्यानिक विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (PMFME) के तहत स्थापित किया गया है।
इस संयंत्र का उद्घाटन कालापीपल विधायक घनश्याम चंद्रवंशी ने किया। उन्होंने कहा कि “यह संयंत्र न केवल पशुओं के पोषण में सहायक होगा, बल्कि यह महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में डिप्टी कलेक्टर सह प्रभारी जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामीण आजीविका मिशन अंकिता पाटकर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कालापीपल डी.एस.राणा भी उपस्थित थे। इसका संचालन कल्याणी संकुल स्तरीय संगठन द्वारा किया जाएगा, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों की स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाएं शामिल हैं।
मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन शाजापुर जिला प्रबंधक ने बताया कि इस संयंत्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय स्तर पर पशु आहार का उत्पादन कर क्षेत्रीय पशुपालकों को सुलभ दरों पर गुणवत्तायुक्त पशु आहार उपलब्ध कराना है। साथ ही, यह परियोजना ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी। इस शुभारंभ के समय ही बेहरावल में स्थापित डोलनाथ गौशाला के अध्यक्ष महावीर पाटीदार द्वारा 51 क्विंटल का आर्डर दिया गया।
कार्यक्रम के अंत में सभी ग्रामीण महिलाओं और आगंतुकों ने संयंत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान म.प्र.ग्रामीण बैंक कालापीपल प्रबंधक शुभांग जैन भी उपस्थित थे।
आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture