KVK पंजाब ने तिल की खेती पर दिया प्रशिक्षण: वैज्ञानिकों ने बताया प्रति एकड़ ज्यादा मुनाफा कमाने का तरीका
08 जुलाई 2025, होशियारपुर: KVK पंजाब ने तिल की खेती पर दिया प्रशिक्षण: वैज्ञानिकों ने बताया प्रति एकड़ ज्यादा मुनाफा कमाने का तरीका – कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) होशियारपुर ने तिल की खेती को बढ़ावा देने और किसानों को बेहतर आय दिलाने के उद्देश्य से शुक्रवार को तिलहन (तिल) की आधुनिक खेती पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में जिले के कई किसानों ने हिस्सा लिया और वैज्ञानिकों से प्रत्यक्ष मार्गदर्शन प्राप्त किया।
कार्यक्रम का आयोजन “क्लस्टर फ्रंटलाइन डेमोंस्ट्रेशन” के अंतर्गत किया गया, ताकि किसानों को तिल की फसल की वैज्ञानिक खेती, उन्नत बीज, पोषण प्रबंधन और रोग नियंत्रण के बारे में जागरूक किया जा सके।
तिल की उन्नत किस्म ‘पंजाब तिल नं. 2’ की जानकारी
KVK के एसोसिएट डायरेक्टर (ट्रेनिंग) डॉ. मनिंदर सिंह बॉन्स ने किसानों को बताया कि “पंजाब तिल नं. 2” किस्म में घना कैप्सूल, अधिक शाखाएं होती हैं और यह फायलोडी व लीफ ब्लाइट जैसी बीमारियों के प्रति सहनशील है। यह किस्म 90 दिनों में परिपक्व होती है और लगभग 2.8 क्विंटल प्रति एकड़ तक उपज देती है, जिससे किसानों को बेहतर मुनाफा मिल सकता है।
प्रशिक्षण और कृषि साहित्य का वितरण
कार्यक्रम का संचालन डॉ. करमवीर सिंह गर्चा (सब्जी विज्ञान) ने किया। उन्होंने गर्मी की सब्जियों की खेती और पोषण वाटिका की जानकारी भी दी। इस मौके पर तिल के बीज, खेती संबंधी पीएयू साहित्य किसानों को वितरित किया गया और डेमो प्लॉट्स की मिट्टी के नमूने भी लिए गए।
KVK की पहल से किसान उत्साहित
कार्यक्रम में शामिल किसानों ने बताया कि उन्हें अब तक तिल की खेती से जुड़े इतने व्यावहारिक और वैज्ञानिक सुझाव कभी नहीं मिले थे। इस कार्यक्रम से उन्हें फसल की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों बढ़ाने में मदद मिलेगी।
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