जनेकृविवि में संरक्षित खेती पर सहकार्यशाला
जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय स्थित कृषि महाविद्यालय में बोरलॉग इंस्टीट्यूट फॉर साउथ एशिया द्वारा वित्त पोषित संरक्षित खेती पर एक दिवसीय सहकार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें सीआईएई भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. के.पी. सिंह ने भारत में बिगड़ते मौसम पर कृषि और इससे जुड़े कार्यों का विवरण प्रस्तुत कर छात्रों एवं वैज्ञानिकों को जलवायु परिवर्तन से खेती को खतरों एवं इससे निपटने के लिये विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्रों का सचित्र पावर प्लाइन्ट प्रेजेंटेशन कर फसल कटने के बाद बचे हुये डंठलों का विनिष्टीकरण, खरपतवारों, बुवाई की पद्धति एवं आंधी तूफान से बचाव करने सुझाव दिये। इस दौरान डॉं. एम.एल. केवट एवं डॉं. एच.के. राय ने भी अपने व्याख्यान दिये।
इस अवसर पर अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. धीरेन्द्र खरे, संचालक अनुसंधान सेवायें डॉं. पी.के मिश्रा, संचालक प्रक्षेत्र डॉ. दीप पहलवान, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय डॉ. आर.एम. साहू, अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय डॉं. आर.के. नेमा, संयुक्त संचालक विस्तार डॉ. दिनकर शर्मा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. अमित कुमार शर्मा मंचासीन रहे।