राज्य कृषि समाचार (State News)

विशेषज्ञों की सलाह- अगस्त में वैज्ञानिक ढंग से करें कृषि का कार्य तो वृद्धि है संभव

24 जुलाई 2025, भोपाल: विशेषज्ञों की सलाह- अगस्त में वैज्ञानिक ढंग से करें कृषि का कार्य तो वृद्धि है संभव – अगस्त माह आने वाला है और यह माह किसानों के लिए महत्वपूर्ण बताया गया है. कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को यह सलाह दी है कि यदि अगस्त माह के दौरान वैज्ञानिक ढंग से कृषि कार्य करें तो उत्पादन में वृद्धि संभव है. बता दें कि अगस्त माह के दौरान धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली आदि की फसल वृद्धि की अवस्था में रहती है लेकिन किसानों की भूल कई बार नुकसानदायक हो जाती है.

विशेषज्ञों ने बताया कि धान की फसल में निराई-गुड़ाई के साथ-साथ खरपतवार नियंत्रण पर ध्यान देना आवश्यक है. कीट एवं रोग नियंत्रण हेतु फफूंदनाशकों व कीटनाशकों का छिड़काव करें. यदि पौधों में झुलसा रोग, तना छेदक या भूरे धब्बे दिखाई दें तो उचित दवाएं तुरंत प्रयोग में लाएं. मूंग, उड़द, सोयाबीन और मूंगफली की फसलों में भी कीट नियंत्रण जरूरी है. इस समय तना मक्खी, सफेद मक्खी, चितला कीट का प्रकोप अधिक होता है. नीम आधारित जैविक कीटनाशकों या अनुशंसित रसायनों का छिड़काव करें. भिंडी, टमाटर, मिर्च, लौकी जैसी सब्जियों की बुवाई के लिए भी यह माह उपयुक्त है. किसान उन्नत किस्मों का चयन करें और रोग रहित बीजों का प्रयोग करें. समय पर सिंचाई और कीट नियंत्रण करें. आम, अमरूद, नींबू, अनार जैसे फलों के बागानों में खाद व सिंचाई की व्यवस्था करें. नींबू वर्गीय पौधों में गंधक युक्त खाद देना लाभकारी होता है. साथ ही दीमक और अन्य कीटों से बचाव करें. अगस्त में वर्षा की अधिकता के चलते खेतों में जल निकासी का प्रबंध करना अनिवार्य है. जल भराव से फसलों को नुकसान हो सकता है. कंटूर बन्डिंग, गड्ढों की खुदाई जैसे उपाय अपनाएं.

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