अत्यधिक बारिश से खरीफ फसलों में नुकसानी की आशंका
11 सितम्बर 2024, रतलाम: अत्यधिक बारिश से खरीफ फसलों में नुकसानी की आशंका – उप संचालक कृषि श्रीमती नीलम सिंह चौहान द्वारा बताया गया कि वर्तमान में खरीफ फसलें जैसे सोयाबीन, कपास, मक्का आदि अच्छी स्थिति में लहलहा रही है। लगातार बारिश से खरीफ की फसलों को नुकसान की आशंका को देखते हुए वर्तमान में सोयाबीन फसल में कुछ क्षेत्रों में एन्थ्रेकनोज रोग की संभावना बन रही है। शुरुआती लक्षण देखे जाने पर इसके नियंत्रण के लिए टेबुकोनाजोल 29.9 ईसी (625 एमएल/एचएसी) घोल बनाकर छिड़काव करें।
इसके अलावा कुछ स्थानों पर पीला मोजेक/सोयाबीन मोजक रोग ग्रस्त पौधों को खेत से उखाड़कर नष्ट करें। इन रोगों को फैलाने वाले वाहक सफेद मक्खी/एफिड की रोकथाम के लिए थायोमिथाक्साम $ लेम्ब्डासायलोथ्रिन (125 एमएल/एचएसी) का घोल बनाकर छिड़काव करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा किसान भाई सफेद मक्खी के नियंत्रण के लिए अपने खेत में 7-8 स्थानों पर पीला स्ट्रिकी ट्रेप लगाए। निचले खेतों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो रही है। खेतों में जलभराव होने से फसलों के पीली पड़ने एवं जड़ सड़न रोग लगने की आशंका रहती है। नुकसान से फसलों को बचाने के लिए किसान अपने खेत के पानी का जल निकास करें, ताकि फसलों को जलभराव से कोई नुकसान नहीं हो।
उप संचालक कृषि ने बताया कि वर्तमान में सोयाबीन फसल में आंशिक रूप से सेमीलूपर इल्ली का प्रकोप देखा गया है तथा मक्का फसल में फॉल आर्मी वार्म का प्रकोप पाया गया है। जिसके नियंत्रण के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट दवाई का छिड़काव करने की किसानों को सलाह दी गई। किसान दवाई विक्रेताओं से दवाई खरीदते समय पक्का बिल लेवें तथा दवाई के बोतल पर लिखे गए निर्देशों को पढ़कर ही कीटनाशक दवाईयों का उपयोग करें।
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