राज्य कृषि समाचार (State News)एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

सुविधाजनक एवं पर्यावरण रक्षक- कृषि यंत्र ई- रीपर

08 मार्च 2025, इंदौर: सुविधाजनक एवं पर्यावरण रक्षक- कृषि यंत्र ई- रीपर – कृषि यंत्र के क्षेत्र में नित नए नवाचार किए जा रहे हैं, जिनसे न केवल किसानों को सुविधा हो रही है, बल्कि उनके समय की भी बचत हो रही है। इसी कड़ी में भोपाल  स्थित कृषि यंत्र निर्माता कम्पनी किसान मित्र ने नवाचार करते हुए लघु एवं मध्यम वर्गीय किसानों के लिए कृषि यंत्र ई- रीपर बनाया है, जो इलेक्ट्रिक बैटरी से संचालित होता है। यह कृषि यंत्र हर मौसम और हर फसल के लिए उपयुक्त है। किसानों को यह किराए पर उपलब्ध कराया जाता है।

बहु -कार्यक्षमता वाला  कृषि यंत्र – किसान मित्र के संस्थापक श्री आशीष गुप्ता और सहायक श्री रजत मिश्रा और श्री अवनीश सोनी हैं। श्री गुप्ता ने कृषक जगत को बताया कि मुख्यतः लघु एवं मध्यम वर्गीय किसानों के लिए बहु -कार्यक्षमता वाला सुविधाजनक और पर्यावरण रक्षक कृषि यंत्र बनाया है, जो वीडर, टिलर, स्प्रेयर , बुवाई मशीन और रीपर के रूप में हाईब्रिड अटैचमेंट के साथ काम करने से कई कृषि उपकरणों की ज़रूरत को कम करता है। हर मौसम के लिए अनुकूल इस कृषि यंत्र को इस तरह डिजाइन किया गया है, कि खेत में ऊंचाई का समायोजन, रफ़्तार पर नियंत्रण, स्वतंत्र पहिया और ब्लेड के अलावा रात्रि में भी इसे संचालित किया जा सकता है।

इलेक्ट्रिक रीपर की विशेषताएं –  श्री गुप्ता ने इसकी विशेषताएं बताते हुए कहा कि इलेक्ट्रिक  बैटरी से संचालित इस कृषि यंत्र को एक बार चार्ज करने पर 8 घंटे तक चलाया जा सकता है।  जिसकी बैटरी को आसानी से तुरंत बदला भी जा सकता है। इससे एक घंटे में एक एकड़ फसल की कटाई की जा सकती है। यह गेहूं, चना, धान आदि अन्य फसलों के लिए उपयोगी है, जो फसल की सटीक कटाई करती है। इसे उबड़- खाबड़ रास्तों पर भी आसानी से चलाया जा सकता है। शून्य प्रतिशत कार्बन उत्सर्जन होने से इससे वायु प्रदूषण भी नियंत्रित होता है। पर्यावरण रक्षक  यह कृषि यंत्र किसानों के लिए बहुत सुविधाजनक है। यह कृषि यंत्र किसानों को एक हज़ार रु प्रति एकड़ की दर से किराए पर उपलब्ध है।

भविष्य की योजनाएं – श्री गुप्ता ने बताया कि फीड बैक में किसानों द्वारा रीपर के साथ बाइंडर की भी मांग की गई है, ताकि कार्य और आसान हो जाए। इस कार्य हेतु अनुसंधान किया जाएगा। इसके अलावा भविष्य में इलेक्ट्रिक थ्रेशर , सोलर पंप और मिनी ट्रैक्टर के निर्माण का भी विचार है, ताकि किसानों को और सुविधाएं मुहैया कराई जा सके।  अग्रणी कृषि संस्थानों  भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली और केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान , भोपाल का प्रमाणन किसान मित्र की कृषि दक्षता, विश्वसनीयता , नवप्रवर्तनशील और प्रभावी कृषि समाधानों के  लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements