छत्तीसगढ़: अधिक मूल्य पर खाद बेचने वालों पर कृषि विभाग की कार्रवाई, किसानों को ₹266 में दिलाई खाद
06 अगस्त 2025, भोपाल: छत्तीसगढ़: अधिक मूल्य पर खाद बेचने वालों पर कृषि विभाग की कार्रवाई, किसानों को ₹266 में दिलाई खाद – खरीफ सीजन में किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज और कीटनाशक उपलब्ध कराने के लिए कांकेर जिला प्रशासन ने जिला स्तरीय टीम का गठन किया है। इस टीम ने 4 अगस्त को भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के कोरर इलाके में मौजूद निजी कृषि दुकानों पर छापेमारी की और कालाबाजारी पर कड़ी कार्रवाई की।
कृषि विभाग के सहायक संचालक सुधीर ददोरिया और गुंजन सिंह भदौरिया के नेतृत्व में खाद-बीज निरीक्षक अमिनेश गावड़े, कृषि अधिकारी किरण भंडारी, प्रवीण कवाची और आशीष साहू ने कोरर में निजी कृषि केंद्रों में दबिश दी। इस दौरान दुकानों में लगे पीओएस मशीनों और स्टॉक का भौतिक सत्यापन किया गया, जिसमें कई गड़बड़ियां सामने आईं।
तीन गुना दाम पर बिक रहे थी यूरिया
भानुप्रतापपुर के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ने जानकारी दी कि किसानों ने दूरभाष के माध्यम से शिकायत की थी कि कोरर क्षेत्र की निजी कृषि दुकानों में रासायनिक खाद दो से तीन गुना अधिक कीमत पर बेची जा रही है। इस पर विभाग की टीम ने कोरर के बाजार दिवस पर विजय ट्रेंड्स खाद गोदाम का निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि गोदाम में 200 बोरी यूरिया खाद मौजूद थीं।
किसानों को मिली तय दर पर खाद
किसानों की शिकायत थी कि एक बोरी यूरिया 500 से 600 रुपए में बेची जा रही है। विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए खाद खरीदने आए किसानों को शासन द्वारा निर्धारित दरों पर खाद उपलब्ध कराई। यूरिया 266.50 रुपए, डीएपी 1350 रुपए, पोटाश 1535 रुपए और एसएसपी राखड़ 495 रुपए में दी गई। इस दौरान 27 किसानों को कुल 79 बोरी यूरिया खाद शासकीय दर पर दिलाई गई।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने सभी निजी कृषि दुकानदारों को सख्त हिदायत दी कि किसानों के साथ किसी भी तरह की लूट, कालाबाजारी या जमाखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील की कि यदि कोई दुकानदार रासायनिक खाद तय दर से अधिक पर बेचता है तो इसकी सूचना तुरंत कृषि विभाग को दें, ताकि तुरंत कार्रवाई की जा सके।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: