राज्य कृषि समाचार (State News)

केन्द्रीय व राज्य स्तरीय कृषि वैज्ञानिक दल ने किया क्षतिग्रस्त फसलों का निरीक्षण

20 अगस्त 2025, विदिशा: केन्द्रीय व राज्य स्तरीय कृषि वैज्ञानिक दल ने किया क्षतिग्रस्त फसलों का निरीक्षण – विदिशा जिले में असामयिक हुई वर्षा उपरांत रासायनिक  दवाइयों  के प्रयोग से क्षतिग्रस्त हुई खरीफ फसलों की  शिकायतें  केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह  चौहान  के संज्ञान में  आने पर उन्होंने गत दिवस क्षेत्र के भ्रमण के दौरान खेतो में पहुंचकर क्षतिग्रस्त फसलों का जायजा लिया और  पीड़ित  किसानो  को  ढांढस बंधाते हुए कहा कि  फसलों की तबाही होने पर नकली दवा कंपनियों पर सख्त कार्यवाही होगी और उन्होंने केन्द्रीय वैज्ञानिक  दलों  को  खेतों  में भेजकर क्षतिग्रस्त होेने के  कारणों  का आकलन कराने से आश्वस्त कराया था। केन्द्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह  चौहान  के निर्देशो के अनुपालन में  गत दिनों  केन्द्रीय व राज्य स्तरीय कृषि वैज्ञानिक के सात सदस्यीय दल ने छीरखेड़ा  एवं सेमरा में भ्रमण कर  पीड़ित  कृषकों के  खेतों  में पहुंचकर  फसलों  की क्षति का आकलन किया  गया ।

विदिशा विधायक श्री मुकेश टण्डन ने  वैज्ञानिकों से कहा कि वे हरेक पीड़ित कृषक के खेत में जरूर पहुंचे और वाजिब  वस्तु स्थिति अपनी रिपोर्ट में उल्लेख करें। विधायक श्री टण्डन ने ग्राम छीरखेडा में पीड़ित कृषक श्री भगवान सिंह और श्री उधम सिंह के खेत  में  कृषि  वैज्ञानिकों को साथ में ले जाकर सोयाबीन की फसल में हुई क्षति का जायजा लिया और कहा कि रासायनिक  दवाइयों  के प्रभाव से फसल में हुई क्षति तथा असर विहीन  दवाओं के विक्रय से  पीड़ित  किसानों  को राहत दिलाए जाने के तमाम प्रबंध सुनिश्चित कराने की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है।

वैज्ञानिक  दलों में अटारी आईसीएआर जोन 9 जबलपुर के डायरेक्टर डाॅ एसआरके सिंह, डीडब्ल्यूआर जबलपुर के डायरेक्टर डाॅ जेएस मिश्रा, रायसेन के कृषि वैज्ञानिक डाॅ स्वप्निल दुबे, इन्दौर के कृषि वैज्ञानिक डाॅ अरूण शुक्ला तथा एनआईएसआर इन्दौर के डाॅ संजीव कुमार, आईआईएसएस भोपाल के डाॅ प्रभात त्रिपाठी एवं आईआईएसएस भोपाल के सीनियर साइंटिस्ट डाॅ बीपी मीना दल में शामिल है। कृषि वैज्ञानिक  दलों के साथ किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप संचालक श्री केएस खपडिया समेत विभागीय अन्य अधिकारी तथा खण्ड स्तरीय अधिकारी साथ-साथ मौजूद रहे, वहीं पीड़ित कृषकबंधु ने अपनी समस्याओं को साझा किया ।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.global-agriculture.com

Advertisements