पांढुर्ना में सीसीआई ने अब तक मात्र 500 क्विंटल कपास खरीदा
किसान महाराष्ट्र में सीसीआई को बेच रहे कपास , मंडी का राजस्व भी प्रभावित
09 जनवरी 2025, (उमेश खोड़े, पांढुर्ना): पांढुर्ना में सीसीआई ने अब तक मात्र 500 क्विंटल कपास खरीदा – पांढुर्ना के सीसीआई खरीद केंद्र द्वारा अब तक मात्र 500 क्विंटल कपास खरीदा गया है। वहीं एक किसान ने शिकायत की है कि सीसीआई के पांढुर्ना केंद्र पर उसका कपास नहीं खरीदने पर महाराष्ट्र जाकर बेचना पड़ा , जहाँ वही कपास वहां के सीसीआई केंद्र ने आसानी से खरीद लिया। कपास की कम खरीदी से पांढुर्ना मंडी के राजस्व पर भी असर पड़ रहा है।
सीसीआई पांढुर्ना केंद्र के ग्रेडर श्री प्रवीण पंवार ने कृषक जगत को बताया कि पांढुर्ना के सीसीआई खरीद केंद्र में अब तक 500 क्विंटल कपास खरीदा गया है। ए और बी दोनों ग्रेड का कपास मंडी के पास स्थित पालीवाल जिनिंग में प्रातः 10 से 6 बजे तक खरीदा जा रहा है। 12 % से अधिक नमी वाला कपास नहीं खरीदा जाता है। नमी के आधार पर कपास का मूल्य दिया जाता है। 8 % नमी वाले कपास का 7421 रु, 9 % नमी पर 7346.79 रु, 10 % नमी पर 7272.58 रु, 11 % नमी पर 7198.37 रु और 12 % नमी पर 7124.16 रु / क्विंटल के भाव से भुगतान किया जाता है। कपास की यह खरीदी आगामी फरवरी -मार्च माह तक संभावित है।
उल्लेखनीय है कि पांढुर्ना के सीसीआई खरीद केंद्र में इस साल कपास की पहली खरीदी का शुभारम्भ 28 नवंबर 2024 को मंडी में किया गया था। फिर सीसीआई द्वारा पालीवाल जिनिंग में खरीदी की जाने लगी। सोमवार को सीसीआई के पांढुर्ना केंद्र में कपास बेचने आए जुनेवानी रिंगगांखापा के एक अन्य किसान श्री देवराव सोमकुंवर का 17 क्विंटल 5 किलो कपास सीसीआई ने 7431 रु /क्विंटल की दर से खरीदा। वहीं बड़चिचौली के किसान श्री जितेंद्र डोंगरे ने कृषक जगत को बताया कि गत 17 दिसंबर को पांढुर्ना के सीसीआई खरीदी केंद्र पर कपास बेचने गया था , जहाँ कपास के निरीक्षण के बाद गाड़ी पास भी कर दी। पंजीयन के बारे में बताया कि किसान एप में मेरे रकबे में कपास फसल पूरी नहीं चढ़ी है। 2 -3 क्विंटल ही खरीद सकते हैं। कलेक्टर साहब को भी फोन लगाया ,लेकिन एप में फसल दर्ज़ नहीं होने से उन्होंने भी असमर्थता जाता दी। अगले दिन पांढुर्ना से 34 किमी दूर महाराष्ट्र के नरखेड़ के सीसीआई खरीदी केंद्र की केशव पाटन जिनिंग में 96 क्विंटल कपास 7430 रु के भाव में आसानी से बिक गया। कोई परेशानी नहीं हुई। भुगतान भी हो गया।इस पर भारतीय किसान संघ , पांढुर्ना के जिला अध्यक्ष श्री राजकुमार जायसवाल का कहना है कि पूरे देश में सीसीआई के खरीदी के नियम समान हैं। महाराष्ट्र में आसानी से कपास खरीदा जा रहा है ,जबकि पांढुर्ना के सीसीआई खरीदी प्रभारी द्वारा मनमानी कर किसानों को नमी अधिक बताकर या दाम कम बताकर परेशान किया जा रहा है, जो गलत है।
पांढुर्ना सीसीआई खरीदी प्रभारी श्री प्रीतेश सुरंजे ने कृषक जगत को बताया कि सीसीआई की गाइडलाइन के हिसाब से जो दस्तावेज हैं , वो लगेंगे। महाराष्ट्र में क्या हुआ उसके बारे में मुझे पता नहीं है। उस बारे में कोई बात नहीं कर सकता। वहीं पांढुर्ना मंडी के सचिव श्री राजाराम उइके ने बताया कि गत वर्ष सीसीआई द्वारा 15 हज़ार क्विंटल कपास की खरीदी की गई थी , जबकि इस वर्ष अब तक बहुत कम खरीदी की गई है। इसका मंडी के राजस्व पर भी असर पड़ेगा । सीसीआई को अधिक खरीदी करनी चाहिए , ताकि किसानों को भी परेशानी न हो।
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