बदलते मौसम में सतर्कता का आह्वान: किसानों को मिलेगा अतिरिक्त सहयोग
30 दिसंबर 2024, भोपाल: बदलते मौसम में सतर्कता का आह्वान: किसानों को मिलेगा अतिरिक्त सहयोग – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बदलते मौसम और प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को देखते हुए किसानों और नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मौसम में बदलाव से फसलें प्रभावित हो रही हैं, और सरकार किसानों को हरसंभव राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है। फसल क्षति की स्थिति में राहत राशि प्रदान करने के प्रावधान को सक्रिय किया जाएगा।
छोटे किसानों के लिए विशेष योजना पर विचार
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे छोटे किसान, जिनकी फसलें उपार्जन केंद्रों तक नहीं पहुंच पातीं और जो अपने स्तर पर फसल बेचते हैं, उन्हें प्रति हेक्टेयर वित्तीय सहायता या बोनस देने पर विचार किया जा रहा है। यह निर्णय छोटे और आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को लाभान्वित करने के लिए लिया जाएगा।
इसके साथ ही, ओला, पाला और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित फसलों की क्षति का आकलन करने के लिए जिला स्तर पर विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।
फसल और स्वयं की सुरक्षा पर जोर
मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की कि विपरीत मौसम की स्थितियों में फसल की सुरक्षा के साथ-साथ अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा का भी ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में ट्यूबवेल खुले नहीं छोड़े जाने चाहिए, क्योंकि यह हादसों का कारण बन सकते हैं। यदि कहीं ऐसा देखा जाए, तो इसकी सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन या थाने को दी जाए। लापरवाही पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के नागरिकों से भी अपील की कि वे बदलते मौसम, ठंड और असमय बारिश से बचने के लिए सावधानीपूर्ण उपाय अपनाएं। उन्होंने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समुचित सुरक्षा उपायों को अपनाने का आग्रह किया।
धान उपार्जन के लिए समय विस्तार
बेमौसम बारिश के कारण किसानों की सहूलियत के लिए सरकार ने धान उपार्जन की अवधि बढ़ाने का फैसला किया है। यह समय विस्तार उन किसानों के लिए मददगार साबित होगा, जो मौसम की अनिश्चितताओं के कारण अपने धान को बेचने में देरी कर रहे हैं।
डॉ. यादव ने आश्वासन दिया कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है। प्राकृतिक आपदाओं के चलते प्रभावित किसानों को हरसंभव राहत देने और उनके हित में निर्णय लेने की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: