राज्य कृषि समाचार (State News)

किसानों के लिए बड़ी सुविधा! एमपी जीआईएस 2.0 भूलेख पोर्टल लॉन्च, अब व्हाट्सऐप पर मिलेगी खसरे की नकल

05 अगस्त 2025, भोपाल: किसानों के लिए बड़ी सुविधा! एमपी जीआईएस 2.0 भूलेख पोर्टल लॉन्च, अब व्हाट्सऐप पर मिलेगी खसरे की नकल – मध्यप्रदेश में अब किसानों और आम नागरिकों के लिए भू-अभिलेख से जुड़ी जानकारी पाना और भी आसान हो गया है। अब तक प्रदेश में वेब जीआईएस वर्जन-1 (Web GIS 1.0) संचालित किया जा रहा था, लेकिन अब इसे अपडेट करते हुए राज्य सरकार ने वेब जीआईएस 2.0 (Web GIS 2.0) लॉन्च किया है। यह पोर्टल अब https://webgis2.mpbhulekh.gov.in पर उपलब्ध है।

इस पोर्टल के जरिए किसान अब अपनी जमीन के रिकॉर्ड, खसरा नंबर और नक्शे आदि की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, इसके जरिए सरकारी रिकॉर्ड में पारदर्शिता बढ़ेगी और किसानों को राजस्व कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

अब मिलेगी अधिक सुविधा और तेज सेवा

राजस्व विभाग ने पहले इस नए पोर्टल को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कुछ क्षेत्रों में लागू किया था। सफल परीक्षण के बाद इसे अब पूरे प्रदेश में 30 जुलाई 2025 से लॉन्च कर दिया गया है। इस पोर्टल में ओटीपी आधारित ई-केवाईसी (e-KYC) सुविधा जोड़ी गई है, जिससे उपयोगकर्ता की पहचान की पुष्टि आसानी से हो सकेगी।

इसके अलावा, अब एक ही आवेदन से किसान कई भू-अभिलेखों की प्रमाणित नकल प्राप्त कर सकेंगे। ये सुविधा खासतौर पर उन किसानों के लिए फायदेमंद होगी जिनकी जमीन कई खसरों में बंटी होती है। पोर्टल के साथ मोबाइल ऐप की सुविधा भी दी गई है ताकि इसे मोबाइल से भी आसानी से उपयोग किया जा सके।

अब व्हाट्सऐप पर भी मिलेगी खसरे की कॉपी

इस पोर्टल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अब किसान खसरे की प्रमाणित नकल व्हाट्सऐप के माध्यम से भी प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें अलग से किसी दफ्तर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। किसान व्हाट्सऐप पर जानकारी मंगवाकर सीधे अपने मोबाइल में ही नकल देख और डाउनलोड कर सकेंगे। राजस्व आयुक्त ने बताया कि पिछले वर्जन की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजिकल सुधार किए गए हैं। अब पोर्टल पर नए सर्वर और स्टोरेज लगाए गए हैं, जिससे डेटा की गति और सटीकता पहले से बेहतर होगी। इस पोर्टल के जरिए अब आम लोग भी अपनी जमीन से जुड़े दस्तावेज घर बैठे ही प्राप्त कर सकेंगे।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.global-agriculture.com

Advertisements