राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्यप्रदेश में बाढ़ से नुकसान का आंकलन शुरू, राहत राशि जल्द होगी वितरित: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

13 सितम्बर 2024, भोपाल: मध्यप्रदेश में बाढ़ से नुकसान का आंकलन शुरू, राहत राशि जल्द होगी वितरित: मुख्यमंत्री डॉ. यादव – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण हुए नुकसान के आकलन के लिए आपात बैठक बुलाई और राहत कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि 30 सितंबर तक बारिश की संभावना को देखते हुए सभी अधिकारी और कर्मचारी छुट्टी पर न जाएं और जनहानि की स्थिति में जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

फसल और पशुहानि का होगा तत्काल आकलन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिया कि बाढ़ और अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों की फसलों और पशुओं को हुए नुकसान का आकलन जल्द से जल्द पूरा किया जाए और राहत राशि का वितरण तुरंत शुरू हो। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि राहत शिविरों में स्वच्छ पेयजल, दवाइयां और अन्य आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। राज्य सरकार के पास पर्याप्त बजट उपलब्ध है, जिससे पीड़ितों को तत्काल सहायता मिलेगी।

Advertisement
Advertisement

मुख्यमंत्री ने जनहानि की स्थिति में पीड़ित परिवारों को चार लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया और जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि यह राशि तुरंत पीड़ितों के परिजनों तक पहुंचाई जाए।

मध्यप्रदेश में अब तक सामान्य से 14% अधिक बारिश

बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य में 11 सितंबर तक 991.9 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 14% अधिक है। प्रदेश के 12 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है, जिनमें भोपाल, ग्वालियर, सिवनी, श्योपुर, और गुना जैसे जिले शामिल हैं। मौसम विभाग ने अगले 2 दिनों तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में मानसून के सक्रिय रहने का अनुमान जताया है, खासकर भिंड, मुरैना, श्योपुर और ग्वालियर में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।

Advertisement8
Advertisement

राज्य में बारिश की वजह से कई बांधों में जलस्तर बढ़ गया है, जिसके चलते 54 में से 31 बांधों के गेट खोले जा चुके हैं। विभिन्न जिलों में राहत शिविर भी संचालित किए जा रहे हैं, ताकि प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।

Advertisement8
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement