राज्य कृषि समाचार (State News)

मप्र में 93 फीसदी बुवाई पूरी

अब तक 131 लाख हेक्टेयर में हुई बोनी

26 दिसम्बर 2023, भोपाल: मप्र में 93 फीसदी बुवाई पूरी – चालू रबी सीजन में गत वर्ष की तुलना में बुवाई में तेजी आई है।  अब तक लगभग 131.60 लाख हेक्टेयर में बोनी हो गई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 130 लाख 16 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई थी। इस प्रकार लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 93 फीसदी बोनी पूरी हो गई है। वहीं राज्य की प्रमुख फसल गेहूं की बोनी 81.76 लाख हेक्टेयर में हो गई है। जो लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 90 फीसदी है।

कृषि विभाग के मुताबिक प्रदेश में रबी फसलों का सामान्य क्षेत्र 133 लाख 82 हजार हेक्टेयर है। इस वर्ष 140.26 लाख हेक्टेयर में रबी फसलें ली जाएंगी। कृषि विभाग के अनुसार अब तक 131.60 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है। इसमें राज्य की प्रमुख रबी फसल गेहूं की बोनी 81.76 लाख हेक्टेयर में हुई है। जबकि गत वर्ष अब तक 83.95 लाख हे. में गेहूं बोया गया था। इस वर्ष राज्य में 90.71 लाख हेक्टेयर गेहूं बोने का लक्ष्य रखा गया है। दूसरी प्रमुख फसल चने की बोनी अब तक 22.86 लाख हेक्टेयर में हो गई है जो गत वर्ष समान अवधि में 20.81 लाख हे. में हुई थी। अन्य फसलों में अब तक मटर 2.71 लाख हे. में, मसूर 7.77 लाख हे. में बोई गई है, जबकि मसूर का लक्ष्य 7.08 हेक्टेयर रखा गया है। इस प्रकार मसूर की बोनी शत-प्रतिशत हो गई है।राज्य में तिलहनों की बुवाई अब तक 15.14 लाख हेक्टेयर में हो गई है। इसमें सरसों की बोनी 13.93 लाख हे. में हुई है। वहीं अलसी की बोनी 1.21 लाख हेक्टेयर में हुई है। इस वर्ष गन्ना 1.42 लाख हेक्टेयर में लिया जायेगा, अब तक 85 हजार हेक्टेयर में बोनी हो गई है। प्रदेश में अब तक कुल अनाज फसलें 82.27 लाख हेक्टेयर में, दलहनी फसलें 33.34 लाख हेक्टेयर में बोई  गई हैं।

Advertisement
Advertisement
प्रदेश में रबी फसलों की बुवाई

21 दिसम्बर 2023 तक (लाख हे. में)

फसल लक्ष्यबुवाई
गेहूं90.7181.76
जौ0.490.51
चना22.3522.86
मटर2.752.71
मसूर7.08 7.77
सरसों 14.06 13.93
अलसी1.401.21
गन्ना 1.42 0.80
मप्र में 93 फीसदी बुवाई पूरी
Advertisements
Advertisement3
Advertisement

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

Advertisement8
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम)

Advertisement8
Advertisement
Advertisements
Advertisement5
Advertisement