राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

धान बुआई का रकबा 15 लाख हेक्टेयर बढ़ा, लेकिन दलहनी फसल के रकबे में कमी आने से बाजार में बढ़ सकती हैं कीमतें

19 अगस्त 2023, नई दिल्ली: धान बुआई का रकबा 15 लाख हेक्टेयर बढ़ा, लेकिन दलहनी फसल के रकबे में कमी आने से बाजार में बढ़ सकती हैं कीमतें – कृषि मंत्रालय ने 18 अगस्त 2023 तक खरीफ फसलों के बुआई क्षेत्रों के ताजा आंकड़े जारी किए हैं। वर्तमान में खरीफ सीजन की बुवाई लगभग पूरी हो गई हैं।  इस हफ्ते खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान की बुवाई का रकबा 15 लाख हेक्टेयर बढ़ गया हैं। वही अगर दलहन फसलों की बात करें तो इस हफ्ते दलहन फसलों के रकबे में 9 फीसदी तक की कमी देखी गई हैं। इसके अलावा तिलहन फसलों, जूट व कपास की भी बुवाई घट गई हैं। हालांकि मोटे अनाज व गन्ने के बुआई में क्षेत्र वृध्दि हुई हैं।

इन आंकड़ो के अनुसार अभी तक धान की 360.79 लाख हेक्टेयर क्षेत्र मे बुवाई की जा चुकी है। वही पिछले साल इस अवधि तक 345.79 लाख हेक्टेयर क्षेत्र मे धान बोई गई थी।

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तिलहन फसलों के रकबे में भले ही कमी आई हो लेकिन सोयाबीन की फसल के रकबे में 1 फीसदी वृध्दि हुई हैं। वर्तमान में सोयाबीन की 124.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की जा चुकी हैं। वही पिछले वर्ष इस अवधि तक 123.39 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन बोई गई थी। इसके अलावा मूंगफली की रकबा 44.48 लाख हेक्टेयर की तुलना में 42.77 लाख हेक्टेयर रहा हैं। ऐसे ही सूरजमुखी रकबा सिर्फ 66 हजार हेक्टेयर रहा है,जो पिछले वर्ष 1.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र था।

खरीफ सीजन की फसलों सबसे चिंताजनक स्थिति दलहन फसलों की हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में दालों की बुवाई 114.93 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई हैं जबकि पिछले साल 126.52 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गई थी। उड़द की बुवाई 35.42 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की तुलना में घटकर 30.19 लाख हेक्टेयर रह गई हैं। वही अरहर दाल की बुवाई  43.72 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की तुलना में घटकर 40.92 लाख हेक्टेयर रह गई हैं। इसके अलावा मूंग के रकबे में भी कमी आई हैं। मूंग का रकबा घटकर 30.39 लाख हेक्टेयर रह गया जोकि पिछले साल 33.07 लाख हेक्टेयर था। दालों की बुवाई का इसी तरह रकबा घटने से उत्पादन प्रभावित होगा जिससे बाजार में इनकी कीमतें बढ़ेंगी।

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