ओडिशा के ड्रैगन फ्रूट की वैश्विक उड़ान: बलांगीर से दुबई तक पहुंची मिठास
किसानों को बेहतर दाम और आजीविका में बढ़ोतरी, ओडिशा की कृषि-उद्यानिकी निर्यात में मजबूत पकड़
11 अगस्त 2025, बलांगीर: ओडिशा के ड्रैगन फ्रूट की वैश्विक उड़ान: बलांगीर से दुबई तक पहुंची मिठास – पिछले साल पहली बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचने के बाद, ओडिशा का ड्रैगन फ्रूट इस साल भी दुनिया के बाजार में अपनी जगह बनाने में सफल रहा है। बलांगीर जिले से सीधे दुबई, यूएई के लिए ड्रैगन फ्रूट की खेप भेजी गई है। ओडिशा की कृषि-उद्यानिकी फसलों का निर्यात लगातार बढ़ रहा है, जिससे किसानों और एफपीओ (किसान उत्पादक संगठनों) को अपने उत्पादों के लिए पहले से बेहतर दाम मिल रहे हैं और राज्य की पहचान वैश्विक व्यापार में मजबूत हो रही है।
ओडिशा कृषि एवं किसान सशक्तिकरण विभाग (DA&FE) ने किसानों और एफपीओ को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। विभाग आधुनिक खेती, सामूहिक विपणन और वैश्विक बाजार तक पहुंच सुनिश्चित करने में किसानों की मदद कर रहा है। इससे किसान अब उच्च मूल्य वाली फसलों की खेती कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय मांग के अनुरूप उत्पादन बढ़ा रहे हैं।
बलांगीर जिले — जो राज्य के माननीय उप-मुख्यमंत्री का गृह जिला है — से 330 किलो (0.33 मीट्रिक टन) ड्रैगन फ्रूट का निर्यात दुबई को किया गया। यह न सिर्फ राज्य के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि बागवानी क्षेत्र के लिए एक प्रेरणादायक उपलब्धि भी है।
पट्नागढ़ में उगाए गए इस ड्रैगन फ्रूट को ₹300 प्रति किलो के भाव पर बेचा गया, जो पिछले साल के ₹250 प्रति किलो से लगभग 20% ज्यादा है। यह बढ़ोतरी इस फल की बढ़ती मांग, बेहतर गुणवत्ता और किसानों की आय में इजाफे को दर्शाती है।
निर्यात के मौके पर बागवानी निदेशक श्री सुभ्रत कुमार पांडा, संयुक्त निदेशक श्री प्रफुल कुमार भांजा, एएआईसीएलएएस के प्रबंधक श्री राहुल रंजन, बागवानी निदेशालय के अधिकारी और पैलाडियम के प्रतिनिधि मौजूद थे।
श्री पांडा ने कहा, “बलांगीर और ओडिशा के लिए यह गौरव का क्षण है। लगातार दूसरे साल ड्रैगन फ्रूट का सफल निर्यात हमारी बाजार आधारित उच्च मूल्य वाली बागवानी क्षमता को दर्शाता है और यह साबित करता है कि ओडिशा अब वैश्विक प्रतिस्पर्धा में उतरने के लिए तैयार है।”
आज बलांगीर के किसान ड्रैगन फ्रूट, कीवी जैसी उच्च मूल्य और विदेशी फसलों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं। यह बदलाव आधुनिक खेती और वैश्विक बाजार से जुड़ाव की दिशा में एक बड़ा कदम है।
यह सफलता DA&FE के नेतृत्व में चल रहे PSFPO (Promotion and Stabilization of Farmer Producer Organizations) प्रोजेक्ट के तहत मिली है, जिसे पैलाडियम और बिल एवं मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से लागू किया जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य एफपीओ को मजबूत बनाना, बाजार से जोड़ना और निर्यात की सुविधा उपलब्ध कराना है। इस निर्यात में विपणन सहयोग एपीडा (APEDA) के साथ मिलकर दिया गया, जिससे किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचने और बेहतर दाम पाने का मौका मिला।
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