10 करोड़ बहनें जुड़ेंगी स्व-सहायता समूहों से
गांवों की आत्मनिर्भरता एवं पंचायती राज विषय पर राष्ट्रीय ई-सम्मेलन
01 सितंबर 2020, नई दिल्ली। 10 करोड़ बहनें जुड़ेंगी स्व-सहायता समूहों से – केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि विगत वर्षों में भारत सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था के सुदृढी़करण के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराने के साथ ही समुचित प्रशासनिक व्यवस्थाएं की हैं। गांव आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर भी हो रहे हैं, गांवों से ही देश भी आत्मनिर्भर बनेगा। गांवों में सामुदायिक भावना और बढऩे के साथ वहां विकास भी ज्यादा तेजी से होगा। श्री तोमर ने यह बात इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र एवं एक अन्य संस्था द्वारा गांवों की आत्मनिर्भरता एवं पंचायती राज विषय पर आयोजित राष्ट्रीय ई-सम्मेलन में कही।
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श्री तोमर ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत देश में बनाए गए 66 लाख स्व- सहायता समूहों से लगभग 7 करोड़ बहनें जुड़ी हुई हैं। वर्ष 2022 तक इसमें कुल 10 करोड़ बहनों को जोडऩे का लक्ष्य है। इन स्व-सहायता समूहों में सामुदायिकता का बहुत अच्छा भाव हैं। ये समूह गांवों के विकास के बारे में सोचते हैं। देश में स्व-सहायता समूहों को 2 लाख करोड़ रूपए का कर्ज दिया गया, लेकिन उनका एनपीए 2 प्रतिशत से भी कम हैं। इन बहनों ने अपनी आजीविका भी विकसित की है और बैंकों का कर्ज भी समय पर लौटाया है।
कार्यक्रम में वरिष्ठ चिंतक-विचारक एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष पद्मश्री श्री रामबहादुर राय, एनआईआरडीपीआर के पूर्व महानिदेशक डा. डब्ल्यू. आर. रेड्डी, मिशन समृद्धि के संस्थापक श्री अरूण जैन, केंद्रीय विश्वविद्यालय बिहार के पूर्व कुलपति प्रो. जनक पाण्डेय, वरिष्ठ लेखक डा. सच्चिदानंद जोशी सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता और विचारक शामिल हुए।