सुमिल की बिजनेस पार्टनर मीट में सल- एक्स्ट्रा लांच किया
02 दिसंबर 2024, इंदौर: सुमिल की बिजनेस पार्टनर मीट में सल- एक्स्ट्रा लांच किया – देश की प्रसिद्ध कम्पनी सुमिल केमिकल इंडस्ट्रीज़ प्रा लि द्वारा गत दिनों इंदौर में बिजनेस पार्टनर मीट का आयोजन किया गया , जिसमें कम्पनी के चीफ बिजनेस ऑफिसर श्री प्रकाश बोहिर, असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट (सेल्स एन्ड मार्केटिंग ) श्री एन पी पटेल ,जोनल मैनेजर ( एमपी /सीजी ) श्री इमरान कुरैशी ,प्रोडक्ट मैनेजर श्री कौशल किशोर सहित बड़ी संख्या में वितरक उपस्थित थे। इस दौरान कंपनी उत्पाद सल- एक्स्ट्रा लांच किया गया।
श्री बोहिर ने बिजनेस की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश में सवा तीन करोड़ मीट्रिक टन यूरिया का उपयोग हो रहा है, वहीं देश को साढ़े छः करोड़ किलो सल्फर की ज़रूरत है। क्रॉप न्यूट्रिशन पर 4 , बायो स्टूमुलेन्ट में 2 और बायो सॉल्यूशन में 1 पर ट्रायल हो रहे हैं। जल्द ही नई तकनीक के उत्पाद लाएंगे। माइक्रो न्यूट्रिएंट श्रेणी में भी विस्तार करना है। आगामी 3 – 4 साल में सुमिल का बिजनेस 500 करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य है , ताकि किसानों को फसलों के लिए सम्पूर्ण पोषण दे सकें।
श्री पटेल ने कहा कि भारत में मृदा स्वास्थ्य खराब होने का कारण असंतुलित मात्रा में यूरिया का उपयोग करना है। जिसका फसल की पैदावार पर असर पड़ता है। समाधान के लिए कम्पनी का ओआरटी तकनीक पर आधारित ज़िंदा नामक उत्पाद सही है, जिसमें 14 % ज़िंक ऑक्साइड है। यह बुआई से लेकर फसल में दाने बनने तक कार्य करता है। इसमें लिंचिंग लॉस कम होता है। आपने कम्पनी की ट्राय कैप टेक्नोलॉजी की जानकारी दी और कंपनी के अन्य उत्पाद वेन्टेज सहित अन्य की विशेषताएं और उनके उपयोग के तरीके बताए।
श्री कौशल ने कहा कि पूरे भारत की 58.6 % मिट्टी में सल्फर की कमी है। इनमें मप्र , राजस्थान ,गुजरात , महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल शामिल है। आपने नए उत्पाद सल- एक्स्ट्रा की टैगलाइन ‘ परत परत से प्रगति ‘का खुलासा करते हुए बताया कि एसआरटी तकनीक वाले इस उत्पाद की पहली परत एलिमेंट सल्फर 24 घंटे में पौधों को मिलना शुरू हो जाता है। अगले कुछ दिनों में दूसरी परत जो कि 8 -15 माइक्रोन की होती है, वह सल्फेट में बदल जाती है। 18 -25 माइक्रोन की तीसरी परत बीज के अंकुरण में मदद करती है , जबकि अधिकतम 35 -40 माइक्रोन की परत 30 -40 दिन तक निरंतर सल्फर देती है। आपने इस उत्पाद के धान ,मक्का , गेहूं ,सरसों , प्याज़, आलू आदि फसलों में बेसल एप्लिकेशन में उपयोग के बारे में विस्तार से बताया । श्री कुरैशी द्वारा आगामी वर्ष के बिजनेस प्लान के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
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