गोदावरी बायोरिफाईनरीज आईसीसी-केवी मारीवाला पुरस्कार से सम्मानित
23 सितम्बर 2025, मुंबई: गोदावरी बायोरिफाईनरीज आईसीसी-केवी मारीवाला पुरस्कार से सम्मानित – गोदावरी बायोरिफाइनरीज लिमिटेड (जीबीएल) को 19 सितंबर 2025 को गत दिनों मुंबई में आयोजित 60 वें वार्षिक आईसीसी पुरस्कार, 2025 में सम्मानित किया गया है। कंपनी को इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (आईसीटी), मुंबई के साथ प्रभावी रासायनिक उद्योग-अकादमिक साझेदारी के लिए प्रतिष्ठित आईसीसी-केवी मारीवाला पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह भारत के रासायनिक क्षेत्र में मजबूत उद्योग-अकादमिक संबंध बनाने, हरित प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने और नवाचार को बढ़ावा देने में जीबीएल के नेतृत्व को मान्यता देता है।
यह तकनीक आईसीटी की अग्रणी एकल-चरण उत्प्रेरक रूपांतरण प्रक्रिया का उपयोग करके CO₂ को डाइ-मिथाइल ईथर (DME) में परिवर्तित करती है, जो पारंपरिक विधियों की तुलना में अधिक कुशल और लागत प्रभावी है। DME एक स्वच्छ ईंधन और बहुमुखी रासायनिक फीडस्टॉक है, जो एलपीजी और डीजल के विकल्प के रूप में कार्य करता है और साथ ही रासायनिक संश्लेषण अनुप्रयोगों में भी सहायक है। इस तकनीक को गोदावरी बायोरिफाईनरीज लिमिटेड (GBL) और इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (ICT), मुंबई द्वारा संयुक्त रूप से प्रोफेसर जीडी यादव के कुशल मार्गदर्शन और GBL के CMD श्री समीर सोमैया की व्यक्तिगत प्रतिबद्धता के तहत विकसित किया गया है। जीबीएल के इथेनॉल किण्वन से जैव जनित CO2 उत्पन्न होती है जिसे उपयोगी रूप से DME में परिवर्तित किया जा सकता है।
इस सम्मान पर टिप्पणी करते हुए, जीबीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री समीर सोमैया ने कहा, “यह सम्मान पाकर हम गौरवान्वित हैं और भारतीय रासायनिक परिषद के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। यह पुरस्कार आईसीटी मुंबई के साथ हमारे दीर्घकालिक सहयोग को दर्शाता है—जो अनुसंधान, नवाचार और ज्ञान सृजन में एक महत्वपूर्ण भागीदार है। जीबीएल में, हम स्थिरता, नवीकरणीय रसायन विज्ञान और एक चक्रीय अर्थव्यवस्था के सिद्धांतों के प्रति दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं। हमारा मानना है कि मजबूत उद्योग-अकादमिक साझेदारियाँ भारत की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने और वैश्विक स्थिरता चुनौतियों से निपटने के लिए महत्वपूर्ण हैं। हम अनुसंधान, नवाचार और सहयोग में निवेश करना जारी रखेंगे जो एक हरित और अधिक टिकाऊ भविष्य का मार्ग प्रशस्त करते हैं।”
भारतीय रासायनिक परिषद (आईसीसी) द्वारा प्रदान किया जाने वाला आईसीसी-केवी मारीवाला पुरस्कार, उद्योग और शिक्षा जगत के बीच परिवर्तनकारी साझेदारियों की पहचान करता है, जो नवोन्मेषी समाधान प्रस्तुत करती हैं, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को प्रोत्साहित करती हैं और व्यावहारिक अनुप्रयोगों को सक्षम बनाती हैं। अनुसंधान को औद्योगिक व्यवहार से जोड़कर, यह पुरस्कार उन्नत प्रक्रियाओं, भविष्य के नेतृत्व की संभावनाओं और स्थायी प्रौद्योगिकियों के निर्माण को बढ़ावा देता है। पुरस्कार संगोष्ठी में जीबीएल के वरिष्ठ प्रबंधक-प्रक्रिया इंजीनियर श्री रामनाथ कदम और आईसीटी मुंबई के एमेरिटस प्रोफेसर ऑफ एमिनेंस पद्मश्री प्रो. डॉ. जीडी यादव ने आईसीटी मुंबई के साथ जीबीएल की साझेदारी पर प्रकाश डाला।
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