राज्य कृषि समाचार (State News)उद्यानिकी (Horticulture)

झोपड़ी में उगा सकते है मशरूम, सरकार दे रही है बढ़ावा

30 नवंबर 2024, भोपाल: झोपड़ी में उगा सकते है मशरूम, सरकार दे रही है बढ़ावा – बिहार राज्य के किसान झोपड़ी nबनाकर मशरूम का उत्पादन कर सकते है और इसके लिए राज्य की सरकार न केवल ऐसे किसानों को बढ़ावा दे रही है वहीं मशरूम झोपड़ी योजना के तहत उत्पादक किसानों को सब्सिडी भी दी जा रही है.

देश में कुल मशरूम का 75 फीसदी उत्पादन सिर्फ 5 राज्यों में होता है. ये राज्य उत्तराखंड, हरियाणा, ओडिशा, महाराष्ट्र और बिहार हैं. मशरूम उत्पादन में बिहार देश में नंबर वन है. बिहार सरकार ने मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए मशरूम झोपड़ी योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत सरकार किसानों को झोपड़ी दे रही है. किसान अब झोपड़ी में मशरूम की खेती कर अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं. अगर आप भी बड़े पैमाने पर मशरूम का उत्पादन करना चाहते हैं, तो सरकार से भी मदद ले सकते हैं. दरअसल, मशरूम की खेती के लिए अब सरकार भी अपनी योजनाओं के माध्यम से मदद पहुंचा रही है. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के माध्यम से मशरूम के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को सब्सिडी दी जा रही है.

Advertisement
Advertisement

कैमूर के उद्यान पदाधिकारी सूरज पांडेय ने अनुदान की जानकारी देते हुए बताया कि कृषि विकास योजना के माध्यम से किसानों को झोपड़ी में मशरूम उत्पादन करना है. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा है. वहीं, झोपड़ी में मशरूम के निर्माण की कुल लागत 1 लाख 79 हजार 500 है. जिसमें उद्यान निदेशालय की ओर से 50 फीसदी सब्सिडी यानी 89750 का अनुदान दिया जा रहा है. उद्यान पदाधिकारी सूरज पांडेय ने बताया कि कैमूर जिला में किसान मशरूम की खेती करते हैं अगर जिनको बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती करनी हैं तो वो झोपड़ी मशरूम योजना का लाभ लेकर मशरूम की खेती कर सकते हैं.

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement