उद्यानिकी (Horticulture)

खजुराहो का अनूठा गुलाब उद्यान

पर्यटकों को महकाने के लिए तैयार

1 मार्च 2021, इंदौर । खजुराहो का अनूठा गुलाब उद्यान – फूलों की खुशबू जब किसी व्यक्ति के नथूनों में प्रवेश करती है, तो उसे एक अलग ही आनंद मिलता है। यदि यह खुशबू फूलों के राजा गुलाब की हो तो क्या कहने! जी हाँ, प्रदेश की पर्यटन नगरी खजुराहो में देश का तीसरा गुलाब उद्यान पर्यटकों को महकाने के लिए तैयार है। यहां गुलाब की विभिन्न किस्मों के 1500 पौधे निश्चित ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे।

उल्लेखनीय है कि खजुराहो के ऐतिहासिक मंदिर और मूर्तियां पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रही हैं। लेकिन अब इसमें गुलाब उद्यान भी शामिल होने जा रहा है, जहां दुनिया भर की गुलाब की अनेक किस्में पर्यटकों को महकाएगी। स्व.श्री भूपत किशन चंद कुंवर की स्मृति में बुंदेला परिवार द्वारा स्थापित इस निजी उद्यान का उद्देश्य खजुराहो आए पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करना है। यह प्रदेश का पहला और देश का तीसरा ऐसा गुलाब उद्यान है, जहाँ गुलाब के पौधों की ऐतिहासिक और वैज्ञानिक जानकारी उपलब्ध रहेगी। गुलाबों की किस्म, देश, सन और प्रजनक का नाम भी मिलेगा। इस उद्यान की स्थापना से पूर्व देश के विभिन्न गुलाब उद्यानों का सर्वे किया गया था, जिसमें बैंगलुरु, कोलकाता, ऊटी, चंडीगढ़ आदि शामिल हैं। बता दें कि देश में गुलाब के दो बड़े उद्यान के.एस.डी. बैंगलुरु और पुष्पांजलि कोलकाता पूर्व से स्थापित है। तीसरा गुलाब उद्यान खजुराहो में स्थापित किया गया है, जिसे संभवत: एक माह बाद पर्यटकों के लिए औपचारिक रूप से शुरू कर दिया जाएगा। रखरखाव के खर्च की आपूर्ति के लिए फिलहाल प्रवेश शुल्क 50 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है।

विंद्या बुंदेला ने बताया कि यहां अभी देशी -विदेशी किस्म के 1500 पौधे लगे हुए हैं, जिनकी संख्या क्रमश: बढ़ाकर 3000 करने का लक्ष्य है। देश में गुलाब की 4000 किस्में हैं। कट फ्लावर के अलावा यहां गुलाब की 500 किस्मों के पौधे बिक्री के लिए भी उपलब्ध है, जिनकी कीमत किस्म के अनुसार अलग-अलग 80-300 रु. तक है। एक एकड़ में फैले इस गुलाब उद्यान का भ्रमण करने में 2 से 3 घंटे का समय लगता है। प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक और उद्यानिकी अधिकारी भी इसका अवलोकन कर चुके हैं।

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