गेहूं में जस्ते की कमी के लक्षण क्या हैं, दूर करने के उपाय भी बतायें
- सुधीर गर्ग
19 नवम्बर 2022, भोपाल । गेहूं में जस्ते की कमी के लक्षण क्या हैं, दूर करने के उपाय भी बतायें –
समाधान- गेहूं में जस्ते की कमी के लक्षण बुआई के 1 या डेढ़ माह बाद दिखाई पडऩे लगते हैं। पत्तियां नुकीली एवं पीली दिखाई देती है। तनों की गांठों के बीच की दूरियां कम हो जाती है। पौधे की बढ़वार में रुकावट समझ आती है तथा बालियां देरी से फूटती हैं तथा उपज में भारी गिरावट होती है। जस्ते की कमी को सरलता से दूर किया जा सकता है।
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- बुआई पूर्व 25 किलो जिन्क सल्फेट प्रति हेक्टर की दर से भूमि में मिलाकर उपचार करें यह सबसे अच्छा उपाय है।
- खड़ी फसल में 1 किलो जिन्क सल्फेट के साथ 5 किलो यूरिया मिलाकर 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिडक़ाव करने से भी अच्छा लाभ मिलता है।
- जस्ते की कमी को भूमि में संतुलित करने के लिये रसायनिक उर्वरकों के साथ-साथ देशी खाद (गोबर खाद) का भी निरंतर उपयोग खेती में किया जाये।
- मिट्टी परीक्षण वर्ष में एक बार जरूर किया जाये।
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