धान में नील हरित शैवाल (बीजीए) का उपयोग किस प्रकार करें
16 मार्च 2023, भोपाल । धान में नील हरित शैवाल (बीजीए) का उपयोग किस प्रकार करें –
समाधान – धान की खेती में नील हरित शैवाल टीके का प्रयोग लाभकारी पाया गया है। इस टीके के प्रयोग के बाद धान के खेत में लगभग 10 दिन तक पानी भरा रहने दें। जिससे खेत में शैवाल की अच्छी बढ़ोतरी हो सके। इस टीके का कम से कम लगातार 2-4 फसल मौसम में अनुमोदित फॉस्फोरस की उचित मात्रा के साथ प्रयोग करें। यदि रसायनिक खाद का प्रयोग न किया जाए तो नील हरित शैवाल के टीके से 20-30 किग्रा. नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर का लाभ होता है।
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