टमाटर की फसल में बैक्टीरियल लीफस्पॉट रोग नियंत्रण हेतु (Streptomycin Sulphate 90% + Tetracycline Hydrochloride 10%) SP का प्रयोग
17 मई 2025, नई दिल्ली: टमाटर की फसल में बैक्टीरियल लीफस्पॉट रोग नियंत्रण हेतु (Streptomycin Sulphate 90% + Tetracycline Hydrochloride 10%) SP का प्रयोग – भारत में टमाटर एक प्रमुख सब्जी फसल है, जिसे पूरे देश में व्यावसायिक और घरेलू स्तर पर बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। इस फसल की उत्पादकता पर कई रोगों का प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिनमें से एक गंभीर रोग है बैक्टीरियल लीफस्पॉट (Bacterial Leafspot)। यह रोग मुख्यतः Xanthomonas या Pseudomonas नामक जीवाणुओं के कारण होता है और विशेष रूप से पौधों की शुरुआती वृद्धि अवस्था में उन्हें प्रभावित करता है। यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया जाए तो यह पूरे खेत में फैल सकता है और उपज में भारी नुकसान कर सकता है।
रोग के लक्षण:
- पत्तियों पर छोटे, गहरे भूरे या काले धब्बे उभरना
- पत्तियों का पीला पड़ना और समयपूर्व झड़ना
- पौधों की वृद्धि रुक जाना
- फलों की सतह पर भी धब्बे दिखाई देना
उपचार हेतु अनुशंसित फॉर्मूलेशन:
इस रोग के प्रभावी नियंत्रण के लिए (Streptomycin Sulphate 90% + Tetracycline Hydrochloride 10%) SP नामक दवा को उपयोग में लाया जाता है। यह फॉर्मूलेशन एंटीबायोटिक युक्त मिश्रण है, जो फसल पर बैक्टीरिया जनित रोगों को नियंत्रित करने के लिए उपयुक्त सिद्ध हुआ है।
छिड़काव की विधि:
- रोग की रोकथाम के लिए सबसे पहले बीज नर्सरी और मुख्य खेत में पौधों की पहली सच्ची पत्तियों के निकलने के बाद 40 से 100 पीपीएम (ppm) सांद्रता वाले स्ट्रेप्टोसाइक्लिन घोल का छिड़काव करना चाहिए।
- कुल दो बार छिड़काव आवश्यक होता है:
- पहला छिड़काव पौधों के खेत में रोपाई से पहले
- दूसरा छिड़काव रोपाई के बाद
- यह दोहरा छिड़काव बीज अवस्था से ही बैक्टीरिया के संक्रमण को नियंत्रित करता है और रोग के प्रसार को रोकता है।
तकनीकी और सुरक्षा संबंधी पहलू:
- इस दवा में मुख्य रूप से Streptomycin Sulphate (90%) और Tetracycline Hydrochloride (10%) होते हैं, जो संयोजित रूप से बैक्टीरिया की प्रोटीन संश्लेषण प्रक्रिया को रोककर उसे नष्ट करते हैं।
- यह मिश्रण पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है।
अनुशंसित मात्रा और अन्य विवरण:
- सक्रिय तत्व (a.i.) की मात्रा, पानी में घोलने की मात्रा, और फसल कटाई से पूर्व प्रतीक्षा अवधि जैसे कुछ मानक इस विशिष्ट दस्तावेज में उल्लिखित नहीं हैं, अतः किसानों को स्थानीय कृषि विशेषज्ञों, कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs) या उत्पादक कंपनी की तकनीकी सलाह पर आधारित अनुपात में दवा का उपयोग करना चाहिए।
- पीपीएम (ppm) की गणना सटीक रूप से करने के लिए, किसानों को स्वच्छ माप यंत्रों का उपयोग करना चाहिए ताकि घोल की सांद्रता नियंत्रित रहे।
बैक्टीरियल लीफस्पॉट टमाटर की उपज और गुणवत्ता दोनों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। ऐसे में Streptomycin Sulphate 90% + Tetracycline Hydrochloride 10% SP जैसे प्रभावी और सरकार द्वारा अनुमोदित संयोजन का वैज्ञानिक तरीके से उपयोग इस रोग के नियंत्रण में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकता है। यह दवा नर्सरी अवस्था से ही छिड़काव के लिए उपयुक्त है और रोपाई से पहले और बाद में दो छिड़कावों से रोग को आरंभिक अवस्था में ही रोका जा सकता है। बेहतर परिणामों के लिए किसान इसे एकीकृत पौध सुरक्षा प्रबंधन (IPM) के अंतर्गत अपनाएं और छिड़काव करते समय उचित सुरक्षा मानकों का पालन करें।
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