फसल की खेती (Crop Cultivation)

सोयाबीन के प्रमुख कीट एवं नियंत्रण

  • डॉ. एम. के. श्रीवास्तव , पवन अमृते, ज्ञानेन्द्र सिंह
    पादप प्रजनन एवं अनुवांशिकी विभाग
    ज. ने. कृ. विश्वविद्यालय, जबलपुर

 

8 अगस्त 2022, सोयाबीन के प्रमुख कीट एवं नियंत्रण –

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सोयाबीन में कई कीटों का प्रकोप विभिन्न क्षेत्रों में पाया जाता है। इन कीटों में तने की मक्खी व चक्रभृंग (तना छेदक कीट), अर्ध कुन्डलक इल्ली, कम्बल कीट, तम्बाखू की इल्ली, अलसी की इल्ली, चने की फली छेदक (पत्ती भक्षक कीट) एवं सफेद मक्खी, जेसिडस, माइट्स और थ्रिप्स (रस चूसक) प्रमुख हैं।

इनके नियंत्रण के उपाय निम्नलिखित हैं: –

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  • फेरोमोन टै्रप्स लगाने से वयस्क कीट; उडऩे वाले कीट आकर्षित होकर टै्रप में गिर जाते हैं जिससे इल्लियों- कीटों का नियंत्रण सम्भव है।
तना मक्खी, सफेद मक्खी, ब्लू बीटल:

Keet-2

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  • इमिडाक्लोप्रिड 48 प्रतिशत एफएस 1.25 मिली मात्रा प्रति किलोग्राम की दर से बीजोपचार।
  • थायामेथोक्सम 30 एफएस दवा से 10 मिली/किलो बीज की दर से बीजोपचार।
  • थायामेथोक्सम 12-60 प्रतिशत $ लेम्बडासाइहेलोथ्रिन 9-50 प्रतिशत जेड.सी. को 125 मिली प्रति हेक्टेयर से छिडक़ाव करें।
गर्डल बीटल (चक्रभृंग एवं पत्ती छेदक):
  • थायामेथोक्सम 12-60 प्रतिशत $ लेम्बडासाइहेलोथिन 9-50 प्रतिशत जेडसी को 125 मिली प्रति हेक्टेयर या क्लोरेन्ट्रानिलिप्रोल 18-5 प्रतिशत एससी 150 मिली/हे. या इन्डोक्साकार्ब 15-80 प्रतिशत ईसी 333 मिली/हे. के हिसाब से छिडक़ाव करें।
सेमीलूपर गर्डल बीटल एवं तना मक्खी:

Keet-4

  • बीटासायफ्यूथ्रिन+इमिडाक्लोप्रिड 350 मिली प्रति हे. या इन्डोक्साकार्ब 14.5 एससी, 300 मिली प्रति हे. के हिसाब से छिडक़ाव करें।
  • एसआईएनपीव्ही 250 एलई प्रति हेक्टेयर की दर से तम्बाखू की इल्ली के नियंत्रण हेतु छिडक़ाव करें।
तम्बाखू की इल्ली एवं कम्बल कीट:
  •  नियंत्रण के लिए प्रभावित पौधों से अण्डगुच्छ एवं लार्वीगुच्छ वाली पत्तियों को एकत्र कर नष्ट कर दें।
  • जब हम खेत का निरीक्षण करते हैं तब कागज की तरह या जालीदार पत्तियॉँ जैसे ही दिखें वहां पत्तियों के नीचे अण्डगुच्छ या लार्वीगुच्छ मिल जायेंगे, इस प्रकार की पत्तियों या पूरे पौधे को धीरे से इक_ा करें एवं बोरी में डालते जायें तथा अंत में खेत से बाहर लाकर नष्ट कर दें।
  • जिस जगह पर इस प्रकार की पत्तियॉँ मिलें उसके चारों तरफ कीटनाशक का छिडक़ाव तुरंत करें।
पत्ती भक्षक कीट:
  • फ्लूबेन्डामाइड 39-35 प्रतिशत एससी 150 मिली/हे. या स्पाइनोटोरम 11.7 एससी 450 मिली प्रति हे. या इन्डोक्साकार्ब 15 ईसी 300 मिली प्रति हे. के हिसाब से छिडक़ाव करें।
  • बैवेरिया बेसियाना या बीटी, 1 लीटर प्रति हे. की दर से छिडक़ाव करने से पत्ती भक्षक इल्लियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
  • एच.ए.एन.पी.व्ही. या एस.आई.एन.पी.व्ही की 250 एलई प्रति हे. की दर से छिडक़ाव करने से भी पत्ती भक्षक कीटों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
जैविक कीटनाशक
  • बैवेरिया बेसियाना या बीटी, 1 लीटर प्रति हे. की दर से छिडक़ाव करने से पत्ती भक्षक इल्लियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
  • एच.ए.एन.पी.व्ही. या एस.आई.एन.पी.व्ही. की 250 एलई प्रति हे. की दर से छिडक़ाव करें।

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