किसान ध्यान दें: इन कम मुनाफे वाली रबी फसलों से बचें, घोषित MSP के आधार पर योजना बनाएं!
17 अक्टूबर 2024, भोपाल: किसान ध्यान दें: इन कम मुनाफे वाली रबी फसलों से बचें, घोषित MSP के आधार पर योजना बनाएं! – सरकार द्वारा घोषित रबी विपणन सीजन 2025-26 के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के अनुसार, किसानों को केवल लाभकारी फसलों पर ही ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि उन फसलों से बचना चाहिए जो कम मुनाफा देती हैं। MSP में कम वृद्धि और उत्पादन लागत में वृद्धि के कारण कुछ फसलें किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो सकती हैं। इस लेख में, हम उन फसलों की चर्चा करेंगे जिन्हें किसान अपनी फसल योजना से हटा सकते हैं और उनके बजाय बेहतर विकल्प अपना सकते हैं।
न्यूनतम लाभ वाली फसलें
1. कुसुम
- MSP 2025-26: ₹5,940 प्रति क्विंटल
- उत्पादन लागत: ₹3,960 प्रति क्विंटल
- लाभ: ₹1,980 प्रति क्विंटल (50% लाभांश)
कुसुम क्यों नहीं चुनें? कुसुम में केवल 50% का लाभांश है, जो कि अन्य फसलों की तुलना में काफी कम है। इसके अलावा, इसकी बाजार मांग भी सीमित है, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा प्राप्त नहीं हो सकता।
2. जौ
- MSP 2025-26: ₹1,980 प्रति क्विंटल
- उत्पादन लागत: ₹1,239 प्रति क्विंटल
- लाभ: ₹741 प्रति क्विंटल (60% लाभांश)
जौ क्यों नहीं चुनें? जौ का 60% लाभांश है, लेकिन इसके मुकाबले में अन्य फसलें जैसे गेहूं और मसूर कहीं ज्यादा मुनाफा देती हैं। बाजार में जौ की मांग भी कम है, जिससे यह कम लाभकारी फसल बनती है।
3. चना
- MSP 2025-26: ₹5,650 प्रति क्विंटल
- उत्पादन लागत: ₹3,527 प्रति क्विंटल
- लाभ: ₹2,123 प्रति क्विंटल (60% लाभांश)
चना क्यों नहीं चुनें? हालांकि चना 60% का लाभांश प्रदान करता है, लेकिन इसकी MSP वृद्धि सरसों और मसूर की तुलना में काफी कम है। छोटे भूमि वाले किसान उन फसलों पर ध्यान दे सकते हैं जो अधिक MSP वृद्धि के साथ बेहतर मुनाफा देती हैं।
MSP वृद्धि के आधार पर सर्वाधिक लाभदायक फसलें
1. सरसों
- MSP 2025-26: ₹5,950 प्रति क्विंटल
- उत्पादन लागत: ₹3,011 प्रति क्विंटल
- लाभ: ₹2,939 प्रति क्विंटल (98% लाभांश)
सरसों क्यों चुनें? सरसों 98% का उच्चतम लाभांश प्रदान करती है, जो कि उत्पादन लागत से काफी अधिक है। यह तेलीय फसल ठंडी जलवायु और मध्यम वर्षा वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है, खासकर राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हिस्सों में। सरसों के तेल की बाजार में उच्च मांग और सरकारी खरीद की वजह से किसानों को स्थिर आय प्राप्त होती है।
2. मसूर (लेंटिल)
- MSP 2025-26: ₹6,700 प्रति क्विंटल
- उत्पादन लागत: ₹3,537 प्रति क्विंटल
- लाभ: ₹3,163 प्रति क्विंटल (89% लाभांश)
मसूर क्यों चुनें? मसूर में 89% लाभांश के साथ दूसरी सबसे अधिक लाभदायक फसल है। यह दाल न केवल पौष्टिक है, बल्कि मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाने के लिए भी जानी जाती है, जिससे मृदा का पोषण होता है। यह फसल मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
3. गेहूं
- MSP 2025-26: ₹2,425 प्रति क्विंटल
- उत्पादन लागत: ₹1,182 प्रति क्विंटल
- लाभ: ₹1,243 प्रति क्विंटल (105% लाभांश)
गेहूं क्यों चुनें? गेहूं भारतीय कृषि की रीढ़ है, और यह 105% लाभांश प्रदान करता है। कम उत्पादन लागत और उच्च MSP के कारण गेहूं की खेती पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए स्थिर आय का स्रोत है। साथ ही, सरकार द्वारा गेहूं की खरीद की गारंटी से भी किसानों को आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
किसानों के लिए सुझाव
- कुसुम और जौ से बचें यदि आपका लक्ष्य अधिक मुनाफा है, क्योंकि इनकी बाजार मांग और MSP वृद्धि कम है।
- चना का चयन केवल उन क्षेत्रों में करें जहां इसकी बेहतर मांग हो, वरना अन्य उच्च लाभकारी फसलों जैसे गेहूं, मसूर, और सरसों पर ध्यान दें।
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