आम की फसल में एन्थ्रेक्नोज रोग नियंत्रण के लिए Copper Oxychloride 50% WG का प्रभावी उपयोग
16 मई 2025, नई दिल्ली: आम की फसल में एन्थ्रेक्नोज रोग नियंत्रण के लिए Copper Oxychloride 50% WG का प्रभावी उपयोग – भारत में आम को ‘फलों का राजा’ कहा जाता है, और इसकी खेती देश के अधिकांश राज्यों में बड़े पैमाने पर होती है। लेकिन आम की फसल को अनेक रोगों और कीटों से खतरा बना रहता है। इनमें से एन्थ्रेक्नोज (Anthracnose) एक प्रमुख कवकजनित रोग है, जो आम के फूलों, पत्तियों, फलों और शाखाओं को बुरी तरह प्रभावित करता है। इस रोग के कारण काले या गहरे भूरे धब्बे विकसित होते हैं, फल समय से पहले गिर सकते हैं, और उनका आकार व गुणवत्ता प्रभावित होती है।
इस रोग पर नियंत्रण के लिए Copper Oxychloride 50% WG एक अत्यंत प्रभावशाली और विश्वसनीय फफूंदनाशी के रूप में उपयोग किया जाता है। यह एक कॉपर आधारित संपर्क (contact) फफूंदनाशी है, जो रोगजनक कवक के संपर्क में आते ही उसकी कोशिका भित्तियों को नष्ट कर देता है और उसकी वृद्धि को रोकता है। यह दवा पौधे की सतह पर एक रक्षात्मक परत बनाकर भविष्य के संक्रमण से भी बचाव करती है।
Copper Oxychloride 50% WG को आम की फसल में एन्थ्रेक्नोज रोग की रोकथाम के लिए 0.3% सक्रिय तत्व की दर से प्रयोग किया जाता है। इसका अर्थ है कि प्रत्येक 100 लीटर पानी में लगभग 300 ग्राम दवा मिलाकर अच्छे से घोल तैयार किया जाए। इस घोल को फसल पर पूरी सतह पर एकसमान रूप से छिड़का जाना चाहिए, ताकि पत्तियों, फलों और तनों पर एक सुरक्षात्मक परत बन सके।
इसका उपयोग विशेष रूप से ऐसे समय पर किया जाना चाहिए जब मौसम नम हो, या वर्षा होने की संभावना हो, क्योंकि ऐसे वातावरण में एन्थ्रेक्नोज रोग तेजी से फैलता है। रोकथाम के रूप में इसे फूल आने से पहले और फिर फलों के बनने की प्रारंभिक अवस्था में छिड़काव करना अत्यंत लाभकारी होता है। यह दवा फूलों और फलधारियों को रोगमुक्त रखने में सहायक सिद्ध होती है।
Copper Oxychloride का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह अकार्बनिक तांबा आधारित फॉर्मूलेशन होने के कारण जैविक और GAP (Good Agricultural Practices) आधारित खेती में भी स्वीकार्य माना जाता है। हालांकि, इसका अधिक मात्रा में या लगातार प्रयोग करने से मिट्टी में तांबे का संचय हो सकता है, इसलिए निर्धारित मात्रा में ही उपयोग किया जाना चाहिए।
इसका छिड़काव करते समय किसान भाइयों को सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए। इसमें दस्ताने, फेस मास्क और सुरक्षात्मक वस्त्र पहनना आवश्यक है ताकि शरीर पर दवा का प्रभाव न हो। साथ ही, दवा के छिड़काव और फलों की कटाई के बीच में कम से कम 10-12 दिनों का इंतजार अवश्य करें, जिससे फलों में दवा के अवशेष स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह न रहें।
Copper Oxychloride 50% WG की मदद से एन्थ्रेक्नोज जैसे जटिल रोग पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है। इसके सही समय और मात्रा में उपयोग से आम की गुणवत्ता, उपज और भंडारण क्षमता में उल्लेखनीय सुधार होता है। इससे न केवल घरेलू बाजार में बल्कि निर्यात में भी भारतीय आमों की प्रतिस्पर्धा बढ़ती है।
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