“खेती बचाओ, देश बचाओ!”
21 मार्च 2025, नई दिल्ली: “खेती बचाओ, देश बचाओ!” – खेती सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि भारत की आत्मा और भविष्य है। आज़ादी के बाद हरित और श्वेत क्रांति ने हमें आत्मनिर्भर बनाया, लेकिन अब खेती को एक बार फिर
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