पशुओं में बधियाकरण के लाभ
उत्तम कुल का साण्ड जिसकी मां दादी नानी उत्तम वंश की बहुत अच्छा दूध देने वाली व बहुत अच्छे खेती योग्य बछड़े देने वाली रही हों, साण्ड के पिता, दादा व नाना भी अच्छे साण्ड रहे हों जिनसे अच्छा दूध
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंपशुपालन (Animal Husbandry), मुर्गीपालन, मत्स्य पालन और मवेशी पालन से संबंधित समाचार और जानकारी। नवीनतम नीतियां, रुझान, प्रौद्योगिकी और किसान प्रथाएं। पशुओं का रखाव और पशुपालन (Animal Husbandry), पशुओं का टीकाकरण, इलाज, पशुओं को गर्मी से कैसे बचाए, पशुओं का दूध उत्पादन के लिए आहार। गए और बैलो का रखाव, गए और बैलो का का टीकाकरण, इलाज, गए और बैलो को गर्मी से कैसे बचाए, गए का दूध उत्पादन के लिए आहार। गए और बैलो (पशुओं ) को पैर और मुंह की बीमारी से कैसे बचाए। बकरी पालन, मुर्गी पालन, मछली पालन, गधा पालन, गए पालन, धान के खेत मैं मछली पालन, पिंजरे मैं मछली पालन, घरेलू पशुओं मे टीकाकरण, पशुओं को ठंड से बचाव के लिए सलाह। गए और बैलो (पशुओं ) के लिए चारा, हरा चारा, गीला चारा, बरसीम। पशुओं का दूध और उसकी गुणवत्ता कैसे बढ़ाएं? दूध उत्पादन के लिये सुझाव, जानिए खिलारी गाय की विशेषतांए, उत्पत्ति व उपयोग, गाए की देसी नस्ले। होलस्टीन फ्राइज़ियन की जानकारी, दूध उत्पादन, चारे की ज़रूरत। गीर, रेड सिंघी, साहीवाल, हल्लीकर, अमृतमहल, खिल्लारी, कंगायम, बरगुर, पुलिकुलम, आलमबदी, थारपारकर, हरिआना, कांकरेज, ओंगोले, कृष्णा वैली, दीयोनि, जर्सी, होलेस्टियन फ़्रेसिअन, ब्राउन स्विस, रेड डेन, आयरशायर, जर्सी क्रॉस, मुर्राह, सुरति, जाफराबादी, भदावरी, नीली रवि, मेहसाना, नागपुरी, तोडा एवं अन्य गाए, भैंस और पशुओं की नस्ल के बारे मैं जानकारी।
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आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंभारत में 85 प्रतिशत से ज्यादा दुधारू पशु छोटे या कम आय वाले किसानों के पास ही हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, चारा अभाव के समय पशुओं का खान-पान जिस कारण से वे पशुओं को दाना व गुणवत्ता
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंसूक्ष्म खनिजों के जैविक कार्य – ये कई एंजाइम के को-फैक्टर होते हैं। एंजाइम निर्माण में मदद करते हैं। कोशिका के निर्माण में मदद करते हैं। मुक्त मूलकों से कोशिका को होने वाली क्षति को रोकते हैं। कोशिकाओं में होने
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंआजकल बड़े आकार के बहुफसली थ्रेशर बनाए जा रहे हैं, इसका इस्तेमाल गेहूं, धान, ज्वार, चना, मक्का, सोयाबीन, अरहर और सूर्यमुखी की गहाई के लिये किया जाता है। इस थ्रेशर से विभिन्न प्रकार के फसलों की गहाई करने पर साफ
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंकृषकों के लिए पशुपालन विभाग द्वारा संचालित प्रमुख योजनाएं योजना हितग्राही योजना इकाई इकाई लागत रु. अनुदान अनुदान एवं ऋण पर बकरीपालन सभी पशुपालकों के लिए 10 देशी बकरी के साथ 1 जमनापारी बकरा 33212 अजा-25%,अजजा 50% अंशदान 10%
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंसंतुलित पशु आहार – ऐेसा आहार जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व एक उचित अनुपात उचित मात्रा में मिलाये जाते हैं। संतुलित पशु आहार बनाने के लिये उच्च गुणवत्ता के अनाज ग्वारमील, अनाज भूसी, शीरा, नमक, खनिज लवण तथा विटामिनों का
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंभोपाल। प्रदेश में वर्ष 2002 में बंद की गई गौ-शालाओं को पुनर्जीवित किया जायेगा। पशुपालन मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने यह बात आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चातुर्मास में आयोजित दयोदय महासंघ अधिवेशन-2016 में कही। अधिवेशन में पूरे
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंभारत गर्म जलवायु वाला देश है, लेकिन राजस्थान में विशेषकर गर्मी मौसम बहुत ही कष्ट और पीड़ादायक होता है। अप्रैल में धूल भरी आंधिया, सांय-सांय की आवाज करती गर्म लू की लपटें इस मौसम की खास विशेषता है. इससे सजीव
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंहमारा देश एक कृषि प्रधान देश है तथा यहां पशुपालन साधारणत: कृषि का एक महत्वपूर्ण अंग है जो कि देश की अर्थव्यवस्था में मुख्य भूमिका अदा करता है। दुधारू पशुओं को मौसम की विशेषताओं जैसे गर्मी एवं सर्दी से बचाने
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंप्रकृति में मौजूद अन्य सस्तन प्राणियों के माफिक बकरी भी एक सस्तन प्राणी है। मादा बकरी 1 पाव से लेकर 3 लीटर प्रतिदिन तक दूध देती है। लेकिन बकरी के दूध का जिक्र होते ही लोग नाक-भौहें सिकुड़ते हैं और
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