बहुफसली गहाई यंत्र दोष, निवारण एवं सावधानियाँ
आजकल बड़े आकार के बहुफसली थ्रेशर बनाए जा रहे हैं, इसका इस्तेमाल गेहूं, धान, ज्वार, चना, मक्का, सोयाबीन, अरहर और सूर्यमुखी की गहाई के लिये किया जाता है। इस थ्रेशर से विभिन्न प्रकार के फसलों की गहाई करने पर साफ दाने प्राप्त होने के कारण इसका उपयोग अधिक होता जा रहा है। इनमे दांतेदार सिलेन्डर लगा होता है। इसकी कार्यक्षमता भी अन्य थ्रेशरों से अधिक होती है जो कि लगभग 1000 से 1600 किलो ग्राम/ घंटा है। इसको चलाने के लिए 5 एच.पी. मोटर अथवा 7.5 एच.पी. डीजल इंजन की आवश्यकता होती है।
अक्सर देखा जा रहा है, कि थ्रेशर से गहाई करते समय ध्यान न देने पर अधिकतर दुर्घटना हो रही है। गहाई यंत्र का सावधानी पूर्वक तथा उचित ढंग से इस्तेमाल एवं ध्यान देने पर इन मशीनों की उम्र बढ़ती है तथा इससे होने वाली दुर्घटनाएं भी कम होती है। इस सन्दर्भ में गहाई यंत्र से गहाई करते समय आने वाले दोष, उनके कारण व निवारण, इस्तेमाल एवं रख रखाव से सम्बंधित जानकारी नीचे दी जा रही है, जिसका अनुसरण करके किसान लाभ उठा सकते है।