PAU में वन महोत्सव की शुरुआत, राज्यपाल ने किया पौधारोपण; ‘एक छात्र, एक पेड़’ मुहिम में रोज लग रहे 150 पौधे
09 जुलाई 2025, लुधियाना: PAU में वन महोत्सव की शुरुआत, राज्यपाल ने किया पौधारोपण; ‘एक छात्र, एक पेड़’ मुहिम में रोज लग रहे 150 पौधे – पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU), लुधियाना में मानसून सत्र की शुरुआत इस बार हरियाली के साथ हुई। माननीय राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण कर वन महोत्सव का शुभारंभ किया। यह आयोजन विश्वविद्यालय की ‘स्वच्छ और हरित परिसर अभियान’ का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत हीरक जयंती वर्ष 2022 में हुई थी।
पेड़ लगाना सिर्फ क्षणिक कर्म नहीं, यह भावी पीढ़ी के लिए विरासत है: राज्यपाल
राज्यपाल श्री कटारिया ने कहा कि PAU सिर्फ कृषि सिखाता नहीं, उसे जीता भी है। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना एक छोटा-सा कार्य लग सकता है, लेकिन इसका असर हमारी सांसों और भविष्य दोनों पर पड़ता है। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे पौधों को अपने शैक्षणिक जीवन के साथी की तरह देखें और उनके साथ बढ़ें। उन्होंने विश्वविद्यालयों को आह्वान किया कि वे ऐसे स्थान बनें, जहाँ शिक्षा और प्रकृति एक साथ आगे बढ़ें।
स्वच्छ परिसर लोगों की सोच का परिणाम है: कुलपति
PAU के कुलपति डॉ. सतीर सिंह गोसल ने कहा कि स्वच्छ स्थान स्वच्छ इसलिए रहते हैं क्योंकि लोग उन्हें स्वच्छ मानते हैं और आदर करते हैं, जबकि गंदे स्थान और ज्यादा गंदगी को आकर्षित करते हैं। यही व्यवहारिक सोच विश्वविद्यालय के हरित अभियान की मूल भावना है। उन्होंने बताया कि PAU में विकास और हरित संतुलन बनाए रखने की नीति अपनाई जा रही है, जिसमें न तो विकास को रोका जाएगा और न ही हरियाली को कुचला जाएगा।
डॉ. गोसल ने बताया कि अभियान के तहत स्थानीय प्रजातियों का रोपण, जल स्रोतों का पुनरुद्धार, नवीन बॉटनिकल गार्डन, थीम आधारित लैंडस्केप, QR-कोड लगे वृक्ष, और गेट नंबर 1 के पास मियावाकी तकनीक से विकसित वन जैसे नवाचार शामिल हैं। यह मियावाकी वन एक एकड़ क्षेत्र में फैला है और इसमें 42 प्रजातियों के 10,000 पौधे लगाए गए हैं।
पौधारोपण अब परंपरा नहीं, एक सोच बन चुका है
PAU के रजिस्ट्रार डॉ. ऋषि पाल सिंह (IAS) ने कहा कि यह पौधारोपण अभियान अब सिर्फ एक वार्षिक परंपरा नहीं, बल्कि जलवायु जागरूकता और जिम्मेदारी की संस्कृति बन चुका है। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह सोच अब PAU के संस्थागत चरित्र का हिस्सा बन चुकी है, जो आने वाले समय में जिम्मेदार नागरिकों का निर्माण करेगी।
‘एक छात्र, एक पेड़’ की सोच से बढ़ रही है हरियाली
PAU के एस्टेट ऑफिसर डॉ. ऋषि इंद्र सिंह गिल ने जानकारी दी कि जुलाई 2024 में प्रतिदिन औसतन 150 पौधे लगाए जा रहे हैं। यह महाअभियान वन महोत्सव के अंतर्गत चलाया जा रहा है, जिसमें ‘एक छात्र, एक पेड़’ की सोच के तहत व्यक्तिगत जिम्मेदारी को बढ़ावा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि नया मियावाकी वन, छात्रों के लिए एक जीवित प्रयोगशाला और विश्वविद्यालय परिसर के लिए एक जैव विविधता केंद्र बन चुका है।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरक पहल
फूलों की झाड़ियों से लेकर ऊंचे वृक्षों तक, औषधीय पौधों से लेकर स्थानीय वनस्पतियों तक, PAU का हरियाली अभियान अब हर मौसम में गहरी जड़ें जमा रहा है। यह सिर्फ विश्वविद्यालय को सुंदर नहीं बना रहा, बल्कि पर्यावरण संतुलन को पुनर्जीवित कर रहा है, जैव विविधता को बढ़ा रहा है और हर छात्र के भीतर प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का बीज बो रहा है।
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