राज्य कृषि समाचार (State News)

कटनी में यूरिया की सप्लाई बढ़ी, झुकेही रैक प्वाइंट पर पहुंची 515 टन नीम कोटेड यूरिया

20 अगस्त 2025, कटनी: कटनी में यूरिया की सप्लाई बढ़ी, झुकेही रैक प्वाइंट पर पहुंची 515 टन नीम कोटेड यूरिया – जिले में खरीफ फसलों के लिए सबसे अधिक मांग वाली यूरिया उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के सतत संवाद और प्रशासनिक प्रयासों के कारण बड़ी राहत मिली है। सोमवार को झुकेही रैक प्वाइंट पर 515 मीट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया पहुंच गई है, जिसे जिले के विभिन्न खाद केंद्रों तक पहुंचाया जा रहा है।

इससे पहले, पिछले मंगलवार को भी 1080 मीट्रिक टन यूरिया जिले को मिली थी। इस तरह, अब कटनी जिले में किसानों की यूरिया खाद की जरूरत पूरी तरह से पूरी हो रही है और आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

नीम कोटेड यूरिया का आवंटन

जिला विपणन अधिकारी अमित तिवारी ने बताया कि झुकेही रैक प्वाइंट से मिली नीम कोटेड यूरिया में से कटनी डबल लॉक केंद्र एवं बहोरीबंद डबल लॉक केंद्र के लिए 90-90 मीट्रिक टन यूरिया आवंटित की जाएगी। इसके साथ ही, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कटनी को 125 मीट्रिक टन यूरिया दिया जाएगा।

इसी प्रकार, सीएमएस मार्केटिंग सोसायटी कटनी, सीएमएस उमरियापान-ढीमरखेड़ा, सीएमएस रीठी, सीएमएस बड़वारा, सीएमएस बाकल, प्रियदर्शनी विपणन विजयराघवगढ़ और एमपी एग्रो कटनी को 30-30 मीट्रिक टन यूरिया आवंटित की जाएगी। इससे किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार पर्याप्त मात्रा में उर्वरक मिलने की सुविधा सुनिश्चित होगी।

खाद बिक्री केंद्रों में पारदर्शिता के लिए सूचना बोर्ड अनिवार्य

कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने सभी खाद दुकानों के बाहर सूचना बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। इन बोर्डों पर प्रत्येक उर्वरक की उपलब्ध मात्रा और उनकी दरों का विवरण स्पष्ट रूप से लिखा होगा। इससे किसानों को खाद की उपलब्धता और कीमतों की सही जानकारी मिल सकेगी।

किसानों के लिए शिकायत निवारण व्यवस्था

कलेक्टर यादव ने किसानों से आग्रह किया है कि यदि उन्हें खाद या बीज संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या या असुविधा का सामना करना पड़ता है, तो वे तुरंत कलेक्ट्रेट कार्यालय में बने जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से संपर्क करें। इसके लिए किसानों के लिए दो टेलीफोन नंबर उपलब्ध कराए गए हैं: 07622-220070 एवं 07622-220071।

इस कंट्रोल रूम के माध्यम से किसानों की शिकायतों का समाधान तत्परता से किया जाएगा ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.global-agriculture.com

Advertisements