इस बार रक्षाबंधन पर नहीं रहेगा भद्रा का साया
30 जुलाई 2025, उज्जैन: इस बार रक्षाबंधन पर नहीं रहेगा भद्रा का साया – रक्षाबंधन पर भद्रा काल की बात करें तो इस बार रक्षाबंधन से एक दिन पहले यानी 8 अगस्त 2025 को दोपहर 2:12 बजे से लेकर 9 अगस्त की रात 1:52 बजे तक भद्राकाल रहेगा.
हिंदू शास्त्रों में भद्रा काल को अशुभ माना जाता है और इस दौरान किसी भी शुभ कार्य जैसे राखी बांधना या पूजा करना वर्जित होता है. हालांकि राहत की बात ये है कि 9 अगस्त की सुबह से रात तक पूरा समय भद्राकाल से मुक्त रहेगा, यानी बहनें अपने भाइयों को बिना किसी चिंता के पूरे दिन राखी बांध सकती हैं.
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
राखी बांधने का शुभ समय: 9 अगस्त की सुबह से लेकर शाम 8 बजे तक
रक्षाबंधन के नियम
राखी बांधने से पहले भाई की आरती उतारें.
रक्षा सूत्र बांधते समय बहनें यह मंत्र जरूर बोलें: “ॐ येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः.”
भाई को राखी बांधने के समय सिर पर रुमाल या साफ कपड़ा जरूर ओढ़ाएं.
राखी बांधने के बाद एक-दूसरे को मीठा खिलाएं और आशीर्वाद लें.
इन परंपराओं और मंत्रों का पालन करके रक्षाबंधन और भी पवित्र और फलदायी बनता है.
रक्षाबंधन 2025 का पर्व भले ही भद्रा काल के साए में आ रहा हो, लेकिन सही जानकारी के साथ इसे पूर्ण रूप से शुभ समय में मनाया जा सकता है. 9 अगस्त को सुबह से शाम तक राखी बांधने का मुहूर्त बेहद उत्तम है. बहनों को चाहिए कि वे समय और विधि के अनुसार यह पर्व मनाएं और अपने भाई के लिए मंगल कामनाएं करें.
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