PM मत्स्य किसान समृद्धि योजना का लाभ पाने के लिए अभी करें रजिस्ट्रेशन, जानें आवेदन का आसान तरीका
20 सितम्बर 2025, भोपाल: PM मत्स्य किसान समृद्धि योजना का लाभ पाने के लिए अभी करें रजिस्ट्रेशन, जानें आवेदन का आसान तरीका – मछली पालन आज केवल आय बढ़ाने का साधन नहीं रहा, बल्कि यह मत्स्य क्षेत्र अब एक उभरता उद्योग बन चुका है, जो बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहा है। हालांकि, मत्स्य क्षेत्र में कार्य करने वाले कई किसान और श्रमिक असंगठित हैं, जिसके कारण वे सरकारी योजनाओं और अन्य सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते। इसी समस्या को देखते हुए पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मत्स्य प्रभाग ने मत्स्य किसानों को संगठित, समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए नेशनल फिशरिज डिजिटल प्लेटफॉर्म (एन.एफ.डी.पी.) पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की है।
बिहार में मत्स्य पालन को मिल रही नई पहचान
बिहार में प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना के अंतर्गत एन.एफ.डी.पी. के जरिए मछुआरों, छोटे उद्यमों, स्वयं सहायता समूहों (SHGs), सहकारी समितियों और मत्स्य किसान संगठनों को 35% तक का अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना से मत्स्य किसानों को तकनीकी सहायता, वित्तीय जानकारी और योजनाओं का लाभ लेने में मदद मिल रही है। साथ ही, जिन मछुआरों की कोई पहचान नहीं थी, वे एन.एफ.डी.पी. पर पंजीकरण कराने के बाद डिजिटल पहचान पत्र प्राप्त कर पा रहे हैं, जो उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुड़ने में सहायक साबित होगा।
डिजिटल बदलाव की ओर बढ़ रहे बिहार के मछली पालक
एन.एफ.डी.पी. पोर्टल पर बिहार में अब तक 1.39 लाख से अधिक मत्स्य किसानों ने पंजीकरण कर डिजिटल पहचान प्राप्त कर ली है। यह संख्या इस बात का संकेत है कि राज्य मत्स्य पालन को एक मजबूत उद्यम के रूप में स्थापित कर आर्थिक रूप से किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। इससे मत्स्य क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं और मछुआरों का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है। सरकार का यह प्रयास मत्स्य पालन को तकनीकी, आर्थिक और आधुनिक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
मत्स्य किसान ऐसे करें आवेदन
मत्स्य पालन क्षेत्र में कार्यरत असंगठित मछुआरों और श्रमिकों को व्यवस्थित क्षेत्र में लाने के लिए सरकार ने एन.एफ.डी.पी. पर पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। पीएम मत्स्य किसान समृद्धि योजना का लाभ लेने के लिए किसान https://nfdp.dof.gov.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अलावा, इच्छुक व्यक्ति या संगठन अपने नजदीकी जिलों के मत्स्य कार्यालय से भी इस योजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। पंजीकरण के बाद लाभार्थियों को प्रशिक्षण, बीमा, वित्तीय सहायता और अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाती है।
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